यमकेश्वर तहसील के सरकारी खाते से 11 लाख की धोखाधड़ी करने वाले दो ठग बिहार से गिरफ्तार

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यमकेश्वर तहसील के सरकारी खाते से 11 लाख की धोखाधड़ी करने वाले दो ठग बिहार से गिरफ्तार
-कोटद्वार और यमकेश्वर पुलिस की संयुक्त टीम ने ठग किए गिरफ्तार
कोटद्वार। जनपद पौड़ी गढ़वाल की एसएसपी श्वेता चौबे के दिशा-निर्देशन में लगातार कोटद्वार पुलिस ठगों की कमर तोड़ रही है। एक के बाद एक ठगों को गिरफ्तार कर पीड़ितों को न्याय दिला रही है। इसी कड़ी में कोटद्वार और यमकेश्वर पुलिस की संयुक्त टीम ने यमकेश्वर तहसील के सरकारी खाते की क्लोन चेक बुक बनाकर 11 लाख रूपये की ठगी करने वाले दो ठगों को बिहार से गिरफ्तार किया है। पुलिस को ठगों से फर्जी चेक बुक, पासबुक और आधार कार्ड मिले हैं।
जानकारी के मुताबिक 20 दिसंबर 2023 को तहसीलदार यमकेश्वर सुधा डोभाला ने थाना यमकेश्वर को दिए शिकायती पत्र में बताया कि तहसील यमकेश्वर के सरकारी खाते की चेक बुक अज्ञात लोगों ने 13 कूटरचित चेक विभिन्न खाताधारकों के खातों में लगाकर 11 लाख 17 हजार रूपये की धोखाधड़ी की है। शिकायती पत्र के आधार पर पुलिस ने आईपीसी की धाराओं में अज्ञात के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया। जिसके बाद एसएसपी पौड़ी श्वेता चौबे ने घटना को गंभीरता से लेते हुए थानाध्यक्ष यमकेश्वर के नेतृत्व में टीम गठित करते हुए घटना के सफल अनावरण कर अभियुक्तों की शीघ्र गिरफ्तारी करने को लेकर कड़े दिए गए। जिसके बाद अपर पुलिस अधीक्षक कोटद्वार जया बलोनी के निर्देशन में प्रभारी निरीक्षक सीआईयू कोटद्वार मो. अकरम, कोटद्वार साइबर सेल प्रभारी राजेंद्र सिंह खोलिया, थानाध्यक्ष यमकेश्वर उपनिरीक्षक उमेश कुमार के नेतृत्व में पुलिस टीम का गठन किया गया। गठित पुलिस टीम ने मामले की जांच की। जांच में अभियुक्तों की ओर से खाते से अवैध तरीके से धनराशि निकाला जाना पाया गया। पुलिस टीम ने बेगुसराय के खाता धारक कौशल यादव, विनोद यादव, वरुण यादव निवासी छरा पट्टी थाना साहेबपुर कमाल जिला बेगुसराय बिहार के स्थानीय पतों पर जाकर जानकारी की गई तो उक्त सभी खाते फर्जी नाम पते और फर्जी आधार कार्ड पर खोले जाने की जानकारी प्राप्त हुई। अभियुक्तों ने बेगुसराय, लखीसराय, मुंगैर पटना बिहार आदि स्थानो में एटीएम से निकासी की गई। एटीएम में लगे सीसीटीवी कैमरों की फुटेज में कुछ संदिग्ध व्यक्तियों की ओर से एटीएम से धन की निकासी करते हुए दिखाई दिए। टीम ने सैकडों एटीएम में लगे सीसीटीवी कैमरों की फुटेज को चैक किया। पुलिस टीम ने सर्विलांस के जरिए सभी घटना में शामिल दोनों शातिर ठगों को गिरफ्तार कर लिया। पुलिस पूछताछ में अभियुक्तों ने अपना नाम निहाल सिन्हा पुत्र बच्चू सिंह निवासी अशोक नगर रोड एसटी माईकल स्कूल कंकरबाग लोहिया नगरथाना कंकरबाग पटना बिहार और रोहित राज पुत्र मनोज कुमार निवासी अशोक नगर रोड सुमन मेडिकल कंकरबाग थाना कंकरबाग अशोक नगर पटना बताया है। पुलिस पूछताछ में अभियुक्तों ने बताया कि गैंग लीडर गोरे लाल यादव उर्फ दीपक कुमार उर्फ गोरखा निवासी ग्राम हुसेना मेदनी चौक थाना जिला लखीसराय बिहार ने बैंको के अंदर से सरकारी निकायों, कार्यालयो के चेक, खाता संख्या आदि की जानकारी लेकर उनके फर्जी चेक बुक का क्लोन बनाकर विभिन्न फर्जी खातों में लगाकर पैसा निकाल लेते हैं। वह अपना हिस्सा रखकर बाकी पैसा अपने लीडर गोरे लाल यादव को दे देते थे। गोरे लाल यादव की ओर से गरीब आदिवासी क्षेत्रों मे रह रहे अशिक्षित लोगों को प्रलोभन देकर और आधार कार्ड बनवाकर बायोमेट्रिक फिंगर प्रिंट लेने के साथ उनकी फोटो की जगह किसी अन्य की फोटो लगा दिया जाता था। तैयार फर्जी आधार कार्ड से सिम कार्ड निकाल लिया जाता था। इसी प्रकार उन फर्जी आधार कार्ड और फर्जी सिम कार्ड से सैकडों फर्जी खाते खुलवाकर वह देश अलग-अलग सरकारी निकायों, कार्यालयों के खातों और चेकों की जनकारी लेकर ठगी की घटना को अंजाम देते थे। पुलिस को अभियुक्तों से घटना में प्रयुक्त एसबीआई बैंक की खाता चेक बुक, पासबुक, एटीएम कार्ड, आधार कार्ड और पेन कार्ड मिला है। पुलिस ने दोनों अभियुक्तों को न्यायिक हिरासत में पौड़ी जिला कारागार भेज दिया। पुलिस टीम में सीआईयू कोटद्वार निरीक्षक मो. अकरम, साइबर सेल प्रभारी निरीक्षक राजेंद्र सिंह खोलिया, थानाध्यक्ष यमकेश्वर उपनिरीक्षक उमेश कुमार, सीआईयू उपनिरीक्षक कमलेश शर्मा, कांस्टेबल साइबर सेल अमरजीत, कांस्टेबल अरविंद राय, संजीव, हरीश लाल, राहुल शामिल रहे। 

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