प्रकृतिवादी लेखक संघ उत्तराखंड इकाई की संयोजिका बनी डॉ. मेनका त्रिपाठी

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हरिद्वार। हरिद्वार में आज देश के जाने-माने लेखक व विचारक नीलय उपाध्याय की अध्यक्षता में प्रकृति वादी लेखक संघ की एक बैठक की गई जिसमें प्रकृति वादी लेखक संघ उत्तराखंड इकाई की घोषणा की गई। संघ की संयोजिका के रूप में जानी मानी लेखक डॉक्टर मेनका त्रिपाठी को चुना गया, जिसका मौजूद सभी लोगों ने करतल ध्वनि से अभिवादन किया, कार्यक्रम की शुरुआत दीप प्रज्ज्वलन के साथ हुई जिसमें निलय उपाध्याय विजेंद्र हर्ष प्रफुल्ल ध्यानी व मेनका त्रिपाठी ने दीप प्रज्ज्वलित किया, उसके बाद मौजूद लोगों के द्वारा निलय उपाध्याय का स्वागत किया गया। बैठक में समाज के अंदर व्याप्त बुराइयों कुरीतियो को हटाकर और लोगों के अंदर सुविचार पैदा करके कैसे एक सभ्य समाज की स्थापना की जाए, और लोगों को प्रकृति से कैसे जोड़ा जाए इस पर विचार किया गया, प्रकृतिवादी संघ लेखको का एक ऐसा संघ है जिसमें व्यक्ति को लेखन की आजादी दी जाती है। प्रसिद्ध उपन्यासकार निलय उपाध्याय ने बताया कि इस संघ से जुड़े लोगों से अपील की जाएगी कि वह अपने व्यक्तिगत अनुभव के द्वारा कोई एक लेख संघ के साथ साझा करेंगे, जिसको संघ के द्वारा प्रकाशित किया जाएगा। उनका कहना था कि लेख बनावटी नहीं होना चाहिए ,वह वही लेख होगा जो अपने व्यक्तिगत अनुभव द्वारा महसूस किया गया हो ,उन्होंने कहा कि जो भी वाक्या आपके दिल को छूता है वह शब्दों में कागज पर उतारना ही प्रकृतिवादी संघ से जुड़े लेखकों एकमात्र काम होगा और जब व्यक्ति एक बार लेखन की ओर जाता है तो धीरे-धीरे उसका मानसिक तनाव कम होता है और अच्छे विचारों को वृद्धि होती है जिससे उसका समग्र विकास होता है, और वह समाज के अंदर एक अच्छा मनुष्य बन कर उभरता है । वही डॉक्टर मेनका त्रिपाठी ने बताया कि उनके द्वारा संयोजक की जिम्मेदारी को बहुत अच्छे तरीके से निर्वाह किया जाएगा, और हरिद्वार के साथ-साथ उत्तराखंड के सभी जिलों में संघ की कार्यकारिणी को गठित किया जाएगा इसके साथ ही साथ नए सदस्यों को संघ के साथ ज्यादा से ज्यादा जोड़ा जाएगा।

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