पौड़ी जिले में दो शिक्षकों समेत एक अधिकारी ने बरती चुनाव में लापरवाही, गिर सकती है गाज

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जिला निर्वाचन अधिकारी पौड़ी ने की अनुशासनात्मक कार्रवाई की संस्तुति

पौड़ी। लोकसभा चुनाव में तीनों पीठासीन अधिकारी के पद पर तैनात थे। इनमें एक पर ईवीएम और वीवी पैट मतदान की टोली के प्रस्थान के समय संयोजित करने और दो पर मॉकपोल का डाटा नहीं हटाने का आरोप है। इस मामले में लापरवाही बरतने वाले दो शिक्षकों समेत एक अधिकारी पर कार्रवाई की गाज गिर सकती है।

एआरओ यमकेश्वर ने बताया था कि बूथ संख्या-49 कठूड़धार में सेवारत पीठासीन अधिकारी शशि चंद्र नैथानी (प्रवक्ता जीआईसी रीठाखाल) ने 18 अप्रैल को मतदान स्थल पर टोली के प्रस्थान के समय ईवीएम व वीवी पैट को संयोजित (कनेक्ट) किया था। जो भारत निर्वाचन आयोग के निर्देशानुसार नहीं किया जाना था। वहीं एआरओ चौबट्टाखाल ने बताया था कि बूथ संख्या 79 राप्रावि एकेश्वर के पीठासीन अधिकारी राजेश कांत (सहायक अध्यापक एलटी, जीआईसी सेंदीखाल) और बूथ संख्या 52 राप्रावि खल्यूंडांडा में पीठासीन अधिकारी अशोक कुमार (ग्राम विकास अधिकारी ब्लाक नैनीडांडा) ने मतदान से पहले मॉकपोल कराया, लेकिन मॉकपोल का डाटा नहीं हटाया। जबकि यह वास्तविक मतदान से पहले हटाया जाना अनिवार्य होता है।

इस लापरवाही पर जिला निर्वाचन अधिकारी पौड़ी डॉ. आशीष चौहान ने पीठासीन अधिकारी सहायक अध्यापक एलटी के लिए एडी माध्यमिक शिक्षा पौड़ी, प्रवक्ता के लिए निदेशक माध्यमिक शिक्षा और ग्राम विकास अधिकारी के लिए सीडीओ पौड़ी को पत्र भेज लोक प्रतिनिधित्व अधिनियम के तहत अनुशासनात्मक कार्रवाई की संस्तुति की है।


डीएम पौड़ी डॉ. आशीष चौहान के मुताबिक लोकसभा चुनाव में लापरवाही बरतने वाले तीन कार्मिकों के खिलाफ लोक प्रतिनिधितत्व अधिनियम के तहत अनुशासनात्मक कार्रवाई किए जाने की संस्तुति की गई है।

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