प्रधान डाकघर में नहीं है सीसीटीवी कैमरे, कर्मचारियों का टोटा

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-डाकघर में उपभोक्ताओं के साथ हो चुकी है जेब कटने की घटना
-डाक अधीक्षक से पत्राचार के बाद भी नहीं लगे सीसीटीवी कैमरें

कोटद्वार। डाकघरों का चिठ्ठी पत्री को लेकर किसी समय बहुत महत्व हुआ करता था। इंटरनेट के बदलते दौर के साथ चिठ्ठी पत्री का महत्व समाप्त होता चला गया। अब डाकघर में चलने वाली कई योजनाओं से उपभोक्ताओं को लाभ मिल रहा है, तो उपभोक्ता का रूख एक बार फिर से डाकघरों की ओर होने लगा है, लेकिन सुविधाओं के अभाव में कई बार उपभोक्ताओं को नुकसान उठाना पड़ता है।
    प्रधान डाकघर के अलावा कोटद्वार भाबर में कई शाखाएं है। कई उपभोक्ताओं का आज भी बैंकों से पहला विश्वास डाकघरों पर है। डाकघरों में उपभोक्ताओं को लाभ पहुंचाने की कई योजनाएं चल रही है। डाकघर में बचत खाता, रेकरिंग डिपॉजिट, टाइम डिपॉजिट, वरिष्ठ नागरिक बचत योजना, पब्लिक प्रोविडेंट फंड, राष्ट्रीय बचत पत्र समेत कई योजनाएं चल रही है। इन योजनाओं का लाभ लेने के लिए उपभोक्ता भारी संख्या में डाकघर की ओर रूख करते हैं, लेकिन डाकघर में सुविधाओं के अभाव में कई बार उपभोक्ताओं को नुकसान भी उठाना पड़ता है। कुछ समय पूर्व डाकघर में पैसा जमा कराने आई एक महिला के पर्स से जेबकतरे ने भीड़ का फायदा उठाते हुए हजारों रूपये की नकदी साफ कर दी थी। कोटद्वार का बड़ा डाकघर होने के बाद भी यहां सीसीटीवी कैमरें तक नहीं लगाए गए हैं। जबकि पुलिस भी समय-समय पर ऐसे स्थानों पर सीसीटीवी लगाने के लिए जागरूक कर चुकी है, लेकिन इसके बाद भी डाकघर में सीसीटीवी कैमरें नहीं लगे हैं। इस डाकघर में कर्मचारियों के 45 पद स्वीकृत हैं। जिनमें से मात्र 18 कर्मचारी ही डाकघर में कार्यरत है। 27 पद खाली है। प्रधान डाकघर कोटद्वार के पोस्टमास्टर प्रकाश दास का कहना है कि डाकघर में सीसीटीवी कैमरें लगाने के लिए कई बार डाक अधीक्षक पौड़ी से पत्राचार किया जा चुका है, लेकिन अभी तक सीसीटीवी कैमरें नहीं लगे हैं।

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