मिशन हौसला: कोरोना काल में कोटद्वार पुलिस ने किया बेहतर कार्य, एसएसपी पौड़ी ने बेहतर कार्यों के लिए कांस्टेबल सज्जन सिंह को दिया प्रशस्ति पत्र

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कोटद्वार। यदि कोई व्यक्ति अच्छा कार्य करता है, उन अच्छे कार्यों को बढ़ाने के लिए हौसला शब्द का प्रयोग किया जाता है। इसलिए अच्छे कार्यों को बढ़ाने के लिए कोरोना संक्रमण काल में मिशन हौसला शब्द का प्रयोग किया गया है। ताकि प्रत्येक पुलिसकर्मी गंभीरता के साथ जरूरतमंदों और असहायों की मदद करने में कोई कसर न छोड़े। पुलिस अधिकारियों ने भी पुलिसकर्मियों का हौसला बढ़ाने में कोई कसर नहीं छोड़ी है। कोटद्वार कोतवाली में तैनात कांस्टेबल सज्जन सिंह को कोरोना काल में बेहतर कार्यों के एसएसपी पौड़ी पी रेणुका देवी ने प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया है। यह प्रशस्ति पत्र पुलिस क्षेत्राधिकारी कोटद्वार अनिल कुमार जोशी की ओर से सज्जन सिंह को दिया गया है।
पुलिस महानिदेशक उत्तराखंड अशोक कुमार की ओर से कोरोना संक्रमण काल में मिशन हौसला पूरे प्रदेश में शुरू किया गया। जिसमें पुलिस कर्मियों के कार्यों की कई स्थानों पर जनता की ओर से प्रशंसा भी की गई है। इस बीच मित्र पुलिस ऐसे लोगों का सहारा बनी जो बुजुर्ग घर पर अकेले रहते हैं, उनके लिए किसी भी प्रकार की राशन, दवाई समेत अन्य कोई भी परेशानी न हो। जिसे पुलिस कर्मियों की ओर से काफी बेहतर ढंग से निभाया गया। यहां तक कि कई स्थानों पर पुलिस कर्मियों ने एसडीआरएफ के साथ मिलकर कोरोना पीड़ित मृत शवों का अंतिम संस्कार भी किया है।
 मिशन हौसला के तहत पौड़ी गढ़वाल की कोतवाली कोटद्वार में वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक पी रेणुका देवी के दिशा-निर्देशन में कम्युनिटी वास्केट लगाई गई थी। जिसमें हंस फाउंडेशन, चांद मौला बक्श समेत अन्य समाजसेवी संस्थाओं का भरपूर सहयोग मिल रहा था। कम्युनिटी वास्केट में एकत्रित राशन को पुलिस कर्मियों की ओर से चिंहित परिवारों को समय-समय पर पहुंचाया जा रहा था। हंस फाउंडेशन की ओर से रोजाना 250 पैकेट भोजन दिया जा रहा था। जिन्हें अलग-अलग स्थानों पर भूखे-प्यासे, गरीब और असहाय लोगों को पुलिस कर्मियों की ओर से दिया जा रहा था। स्थानीय जनता ने भी पुलिस की ओर से किये गये प्रयासों की सराहना की है। कोटद्वार कोतवाली प्रभारी निरीक्षक नरेंद्र सिंह बिष्ट ने बताया कि वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक के निर्देशन पर अकेले निवासरत बुजुर्ग एवं कोरोना पीड़ित व्यक्तियों की सहायता के संबंध में कोतवाली पुलिस को निर्देशित किया गया था। उन्होंने बताया कि कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर में काफी लोगों को आक्सीजन की कमी महसूस हो रही थी। जिसमें पूरे कोरोना काल में कोतवाली पुलिस की ओर से 34 जरूरतमंदों को आक्सीजन सिलेंडर उपलब्ध कराये गये। कई जरूरतमंद परिवारों को राशन और दवाईयां उपलब्ध कराई गई हैं। एसडीआरएफ के सहयोग से 12 कोरोना संक्रमित शवों का अंतिम संस्कार किया गया है।

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