शिकायत न सुनने वाले पुलिस अधिकारियों की अब खैर नहीं

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  • जनसंवाद संगोष्ठी में बोली पुलिस प्रमुख पी. रेणुका देवी
  • जनप्रतिनिधियों और समाज सेवियों ने संगोष्ठी में उठाई थी समस्या

कोटद्वार। लगातार पुलिस की भूमिका पर सवाल उठते आए हैं। जनता अपनी समस्याओं को पुलिस को बताने में संकोच करती हैं, लेकिन अब ऐसा नहीं होगा। शनिवार को कोटद्वार प्रेक्षागृह में आयोजित जनसंवाद संगोष्ठी में पहुंची पौड़ी पुलिस प्रमुख पी. रेणुका देवी ने कहा कि जनता की शिकायत न सुनने वाले अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई अमल में लाई जाएगी।
नगर निगम के प्रेक्षागृह में पुलिस की ओर से आयोजित जन संवाद संगोष्ठी में जनप्रतिनिधियों, समाज सेवियों ने अवैध शराब, स्मैक, गांजा, खनन की समस्या को प्रमुखता से उठाते हुए समस्याओं के निस्तारण की मांग की। जिसके बाद संगोष्ठी को संबोधित करते हुए एसएसपी पी. रेणुका देवी ने कहा कि समाज में पुलिस का भय है, लोग पुलिस स्टेशन आने में संकोच करते है, पुलिस को विश्वास में लेने में लोगों को दिक्कतें होती है, पुलिस लोगों का विश्वास जीतने का प्रयास कर रही है। लोगों की समस्याओं का निस्तारण करना पुलिस की प्राथमिकता है। जनता को पुलिस से डरने की आवश्यकता नहीं है, नि:संकोच शिकायत लेकर कोतवाली आये। उन्होंने कहा कि पहाड़ में चरस, गांजा, स्मैक का नशा फैल रहा है, पुलिस नशे के कारोबार पर अंकुश लगाने के लिए लगातार कार्यवाही कर रही है। इस कारोबार पर जनता के सहयोग से ही रोक लगाई जा सकती है। कहा कि अभिभावकों को अपने बच्चों की गतिविधियों पर नजर रखनी होगी। एसएसपी ने कहा कि कोतवाली में आने वाले हर फरियादी की शिकायत सुनी जाएगी। किसी को परेशान करना पुलिस का उद्देश्य नहीं है। शिकायत न सुनने वाले लापरवाह अधिकारी के खिलाफ नियमानुसार कार्यवाही की जाएगी। कहा कि नियम सभी के लिए एक समान है। सड़क दुर्घटनाओं पर रोक लगाने के लिए पुलिस प्रयास कर रही है। बिना हेलमेट, ट्रीपल राइडिंग, शराब पीकर वाहन चलाने, गलत तरीके से वाहन चलाने वालों के खिलाफ कार्यवाही की जा रही है। उन्होंने कहा कि सुरक्षा के लिए हेलमेट जरूरी है। क्योंकि दुर्घटना में सिर पर गंभीर चोट लगने की वजह से कई लोगों की मौत होती है। पहले कोटद्वार में मात्र 20 प्रतिशत लोग ही हेलमेट पहनते थे, लेकिन पुलिस के बेहतर प्रयास और जनता के सहयोग से अब 60 प्रतिशत लोग हेलमेट पहन रहे है। उन्होंने कहा कि पुलिस मुख्य जगहों पर सीसीटीवी कैमरे लगाने का प्रयास कर रही है, जनता को भी अपने घर और व्यापारिक प्रतिष्ठानों में सीसीटीवी कैमरे लगाने चाहिए। सीसीटीवी की मदद से आपराधिक घटनाओं पर रोक लगाई जा सकती है। एसएसपी ने कहा कि खनन नियमावली में पुलिस को कोई अधिकार नहीं है, पुलिस इसमें केवल ओवरलोडिंग में ही चालान कर सकती है। खनन नियमावली में सारे अधिकार प्रशासनिक अधिकारी और खनन अधिकारी को दिये गये है। पुलिस राजस्व, वन विभाग के सहयोग से खनन के खिलाफ अभियान चलाती है।
एसएसपी पी. रेणुका देवी ने कोटद्वार पुलिस की सराहना करते हुए कहा कि कोटद्वार पुलिस बहुत अच्छा कार्य कर रही है। लूट और चोरी जैसी आपराधिक घटनाओं के खुलासे में पुलिस ने सराहनीय कार्य किया है। कहा कि हर थाने में महिला सेल स्थापित की गई है। एक महिला उपनिरीक्षक और चार महिला कांस्टेबलों की तैनाती की गई है। कोटद्वार में महिलाओं से जुड़े मामले अधिक होने पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है। कार्यक्रम का संचालन जर्नाद्धन प्रसाद बुड़ाकोटी ने किया। इस मौके पर अपर पुलिस अधीक्षक मनीषा जोशी, पार्षद गायत्री भट्ट, विपिन डोबरियाल, अमित नेगी, सुखपाल शाह, प्रवेंद्र रावत, अमित नेगी, नईम अहमद, सौरव नौडियाल, पंकज भाटिया, पूर्व प्रधान सुनीता देवी, गुड्डू चौहान, दीपक गौड़, सुधीर बहुगुणा, राजाराम अंथवाल, व्यापार संघ के अध्यक्ष महेन्द्र बिष्ट, गोपाल कृष्ण बड़थ्वाल, सीपी डोबरियाल सहित कोतवाली प्रभारी निरीक्षक नरेन्द्र सिंह बिष्ट, वरिष्ठ उपनिरीक्षक प्रदीप नेगी, कलालघाटी चौकी प्रभारी कमलेश शर्मा, बाजार चौकी प्रभारी सुनील पंवार, उपनिरीक्षक संदीप शर्मा, महिला उपनिरीक्षक पूनम शाह, भावना भट्ट आदि मौजूद थे।

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