अखाड़े की परंपराओं से किसी को नही करने दिया जाएगा खिलवाड़: महंत दुर्गादास

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भ्रष्टाचार के आरोप में हटाए गए महंत रघु मुनि और महंत दामोदर दास

महंत मोहनदास के अपहरण की सीबीआई जांच की उठी मांग

हरिद्वार। शुक्रवार को महंत दुर्गादास ने महंत मोहनदास अपहरण कांड की सीबीआई जांच की मांग करने के बाद से अखाड़े के कुछ साधु-संतों, सफेदपोश नेताओं और भू माफियाओं में हड़कंप मच गया है।
पत्रकारों से मुखातिब होते हुए महंत दुर्गादास महाराज ने कहा कि 2 दिन पहले कोर्ट से स्टे लेने की जो बात महंत रघु मुनि और दामोदर दास ने कही वह भ्रम फैलाने वाली बात है। केवल यह सुनवाई तक से मिला है और अगली सुनवाई में सब कुछ साफ हो जाएगा और सच की जीत होगी।
उन्होंने कहा कि यह स्टे केवल रघु मुनि के बारे में है, दामोदर दास के बारे में नहीं। कहा कि दामोदर दास ने पहले ही अखाड़े के महंत गोविंद दास को कोठारी का चार्ज दे दिया है और उनका अखाड़े से कोई लेना देना नहीं है।

उन्होंने आरोप लगाया कि दो दिन पहले महंत रघु मुनि और महंत दामोदरदास ने अखाड़े के सभागार का ताला तोड़ा और उन्होंने अब तक अखाड़े के भवनों को खाली नहीं किया, जो नैतिकता के खिलाफ है जो साधु संतों को को शोभा नहीं देता।
उन्होंने कहा कि पहली बार अखाड़े का मामला कोर्ट कचहरी में गया है। जब अखाड़े में साधु संत पदाधिकारी बनते हैं या साधु बनते हैं तो वह गोला साहिब के सामने अखाड़े की मान मर्यादा और गरिमा की रक्षा की शपथ लेते हैं। ऐसा न करने पर अखाड़ा छोड़ने की शपथ लेते हैं। महंत दामोदरदास और महंत रघु मुनि ने इस शपथ का उल्लंघन किया है।

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