टूटी हुई है जिला अस्पताल की मोर्चरी की दीवार, चिकित्सक परेशान

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स्वास्थ्य विभाग नहीं बना पा रहा पोस्टमार्टम के लिए कोई व्यवस्था


-कुछ दिन पूर्व बारिश से ढही थी मोर्चरी की दीवार


-अस्पताल प्रशासन ने मानव अंग जारों के निस्तारण के लिए डीएम और एसएसपी को लिखा पत्र

हरिद्वार। जनपद हरिद्वार के सबसे बड़े जिला अस्पताल में मोर्चरी की स्थिति बदहाल हो चुकी है। कुछ दिन पहले आई बारिश के चलते मोर्चरी की दीवार ढ़ह गई
थी। मोर्चरी दीवार ढहने के दौरान अन्य दीवारों में दरारें आ गई। जिसके चलते चिकित्सकों को शवों का पोस्टमार्टम करने में दिक्कतें आ रही है। इसके अलावा मोर्चरी की दीवार ढहने के बाद अस्पताल प्रशासन के लिए मोर्चरी में पड़े वर्षों पुराने मानव अंग जार संभालना परेशानी बन गई है। अस्पताल प्रशासन ने जिलाधिकारी और एसएसपी हरिद्वार से पुराने मानव अंगों के पड़े जारों का निस्तारण कराने के लिए पत्र लिखा है।
दरअसल 18 मार्च की सुबह खबर डोज ने बारिश से ढही जिला अस्पताल की मोर्चरी
की दीवार, रूड़की शिफ्ट हो सकता है, पोस्टमार्टम हाउस शीर्षक से समाचार प्रमुखता से प्रकाशित किया था। इस संबंध में सीएमओ हरिद्वार डॉ मनीष दत्त ने जिला अस्पताल का पोस्टमार्टम हाउस रूड़की शिफ्ट करने का आश्वासन दिया था, लेकिन अस्पताल प्रशासन के लिए कोई व्यवस्था नहीं बनाई गई। जिसके चलते चिकित्सकों को टूटी हुई मोर्चरी में ही शव का पोस्टमार्टम करना पड़ रहा है।
मोर्चरी की दीवार पिछले काफी जर्जर हालत में थी। जिला अस्पताल के निकट चल
रहे 200 बेड के अस्पताल का निर्माण कार्य भी इस मोर्चरी के चलते बाधित हो रहा था। जिसको लेकर अस्पताल को बनाने वाली कार्यदायी संस्था के अधिकारी ने प्रमुख अधीक्षक को पत्र भी लिखा था, लेकिन इस पर कोई कार्रवाई नहीं हुई है। सूत्रों के मुताबिक जिला अस्पताल हरिद्वार में रोजाना 4 से 5 पोस्टमार्टम होते हैं। लगभग 1000 से अधिक जार मानव अंग के सुरक्षित रखे गए हैं, लेकिन 15-20 वर्ष पुराने होने के कारण उन पर लिखी गई डिटेल तक मिट गई है, जो संभालना अस्पताल प्रशासन के सिर का दर्द बन गया है। जिला अस्पताल के कार्यवाहक सीएमएस डॉ चंदन कुमार मिश्रा ने बताया कि फिलहाल पोस्टमार्टम अस्पताल की टूटी हुई मोर्चरी में किए जा रहे हैं। मोर्चरी में लगभग 20 वर्ष पुराने मानव अंग जार में पड़े हैं, जिसके निस्तारण के लिए उनकी ओर से जिला जज हरिद्वार, जिलाधिकारी और एसएसपी को पत्र लिखा था। जिसमें एसएसपी ने अस्पताल में पड़े सभी विसरा की सूची मांगी है।

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