मित्र पुलिस पर फिर लगे आरोप, न्याय न मिलने पर वरिष्ठ पत्रकार ने राष्ट्रपति से मांगी इच्छा मृत्यु

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-पीएम, सीएम और केंद्रीय मंत्री को भी भेजा पत्र

हरिद्वार। वरिष्ठ पत्रकार वेदप्रकाश चौहान ने उत्तराखण्ड में न्याय न मिलने की उम्मीद के बाद अब राष्ट्रपति से इच्छामृत्यु की मांग की है। पीडित पत्रकार ने महामहिम को एक पत्र भेजकर इच्छामृत्यु की अनुमति मांगी है। पत्र की एक-एक प्रतिलिपि, प्रधानमंत्री भारत सरकार, केन्द्रीय गृह सचिव, मुख्यमंत्री उत्तराखण्ड, प्रमुख गृह सचिव उत्तराखण्ड को भी प्रेषित की गई है।

वरिष्ठ पत्रकार वेदप्रकाश चौहान ने राष्ट्रपति को भेजे पत्र में कहा है कि वह 63 साल के सीनियर सिटीजन पत्रकार हैं, जो कि दलित समाज से आते है। उनकी बाईपास सर्जरी भी हुई है। आरोप हैं कि 06 अगस्त 2021 को कोतवाली नगर हरिद्वार में तैनात निरीक्षक अमरजीत, राजेश शाह, एसआई हेमलता, एसआई लक्ष्मी रमोला, एसआई मीना आर्य ने मिलकर उसके व उसके परिवार पर गंभीर धाराओं में झूठा मुकदमा दर्ज कर पोस्को में जेल भेज दिया था। उनका कसूर मात्र अखबार में सच्चाई लिखना था। इस प्रकरण को लेकर न्याय दिलाने की मांग को लेकर केन्द्रीय गृह मंत्रालय से लेकर प्रधानमंत्री, राष्ट्रपति, मानवाधिकार आयोग, मुख्यमंत्री उत्तराखण्ड, राज्यपाल उत्तराखण्ड तक दो वर्षो से उक्त पुलिस अधिकारियों की बर्खास्तगी की मांग और सम्पत्ति की जांच कराने की मांग की जा चुकी है।

आरोप हैं कि उक्त अधिकारियों ने न्यायालय को गुमराह करके उसके व उसके परिवार के खिलाफ तीन और मुकदमें दर्ज कर दिये है। कहा कि मुझे एक पत्रकार होने की इतनी बड़ी सजा दी जा रही है। पीडित पत्रकार ने कहा कि उत्तराखण्ड में उन्हें व उनके परिवार को न्याय मिलने की उम्मीद नहीं बची है। इसलिए उसको इच्छा मृत्यु की अनुमति देने की कृपा करें।

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