वन विभाग की कार्रवाई पर विधायक लैंसडौन दिलीप रावत ने उठाए सवाल
कोटद्वार। उत्तराखंड में वनाग्नि को लेकर वन विभाग की कार्रवाई पर विधायक लैंसडौन महंत दिलीप रावत ने सवाल उठाए हैं। उन्होंने कहा कि वन विभाग निचले स्तर के कार्मिकरे पर कार्रवाई कर रहा है, लेकिन निचले स्तर के कार्मिको की कमी व संसाधनो के अभाव पर कोई ध्यान नहीं दिया जा रहा है। उन्होंने कहा, उच्च अधिकारी वातानुकूलित कमरों में बैठकर
विभाग की सेवा करते हैं। वह वनाग्नि रोकथाम को लेकर धरातल पर कोई कार्रवाई नहीं करते हैं। लेकिन कार्रवाई निचले स्तर पर वास्तविक रूप में कार्य करने वालों पर की जा रही है। विधायक रावत ने मुख्यमंत्री से वन विभाग के उच्च अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की। कहा, इससे उच्च अधिकारियों को अपने कर्तव्यों का बोध होगा।
बृहस्पतिवार को विधायक लैंसडौन महंत दिलीप रावत ने मुख्यमंत्री को ज्ञापन भेजा। इस मौके पर उन्होंने बताया कि उत्तराखंड के जंगल वनाग्नि की चपेट में आ रहे हैं। जिससे करोड़ो की वन संपदा नष्ट हो रही है। जबकि कई वन्यजीवों का जीवन संकट में आ गया है।
विधायक रावत ने बताया कि ब्रिटिशकाल में वनों को आग से बचाने के लिए फायर लाइन होती थी, लेकिन वर्तमान में वह फायर लाइन कहीं नजर नहीं आती है। कहा वर्तमान में कड़े वन अधिनियम के कारण जनता वनों से दूर होती जा रही है।
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