भू माफियाओं पर लगाम लगाने को एसएसपी अजय सिंह को भेजा है हरिद्वार: डीजीपी, देखिए वीडियो

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-चालकों को हेलमेट व मेडिकल किट वितरित कर किया जागरुक

-वाहन चालकों ने निशुल्क नेत्र, ब्लड प्रेशर और शुगर जांच का भी उठाया फायदा

-नुक्कड नाटक एवं पैंटिंग के माध्यम से बताए यातायात नियम पालन के लाभ

हरिद्वार। राष्ट्रीय सड़क सुरक्षा सप्ताह जागरूकता शिविर के अवसर पर सोमवार को हरिद्वार पहुंचे पुलिस महानिदेशक उत्तराखंड अशोक कुमार ने जनता के यातायात संबंधी सुझावों को जाना। जनता ने अपने-अपने सुझाव डीजीपी के समक्ष रखे। इसके अलावा निशुल्क स्वास्थ्य शिविर भी लगाया गया। जिसमें जनता ने स्वास्थ्य परीक्षण भी करवाया।

इस मौके पर ट्रैफिक वॉलिंटियर्स और विभिन्न प्रतियोगिताओं के विजय प्रतिभागियों को भी सम्मानित किया गया।
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए डीजीपी अशोक कुमार ने कहा कि पिछले 2 साल में एसटीएफ ने जो कार्य करके दिखाया है वह सराहनीय है। एसएसपी एसटीएफ रहते हुए अजय सिंह ने नकल एवं भू माफियाओं पर लगाम लगाई थी। इन सराहनीय कार्यों को देखते हुए उन्हें एसएसपी हरिद्वार बनाया गया है। जिससे हरिद्वार जिले में भी भू माफियाओं पर लगाम लग सके। कहा कि देशभर में प्रत्येक वर्ष सड़क दुर्घटनाओं में लगभग डेढ़ लाख लोगों की मौत होती है। उत्तराखंड में यह आंकड़ा वर्ष भर में 1 हजार है। उत्तराखंड में वर्ष भर में मर्डर का आंकड़ा 200 के लगभग है। जितने लोग मर्डर में मारे जाते हैं। उससे 5 गुना लोग ज्यादा सड़क दुर्घटनाओं में मारे जाते हैं। इसके बाद भी हम सड़क दुर्घटनाओं के प्रति गंभीर नहीं है जिसके चलते कई सड़क हादसों में कई लोगों ने अपनी जान गवाई है। उन्होंने कहा कि अधिकतर लोग पुलिस से बचने के लिए हेलमेट लगाते हैं। हेलमेट पुलिस के लिए नहीं बल्कि अपनी सुरक्षा के लिए लगाना चाहिए। यातायात नियमों को लेकर जनता को अपनी सोच बदल नहीं होगी जिसके बाद ही सड़क दुर्घटनाओं पर लगाम लग सकती है। जनता को यातायात नियमों का पालन करना चाहिए। सड़क दुर्घटना हमेशा तीन कारणों से होती है। जिसमें ओवरस्पीड नशा और ओवरलोडिंग शामिल हैं।
इस अवसर पर पुलिस महानिरीक्षक गढ़वाल परिक्षेत्र क्षेत्र करण सिंह नगन्याल, यातायात निदेशक मुख्तार मोहसिन (आई.जी) आदि मौजूद रहे।

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