यात्रियों के लिए मुसीबत, यूपी रोडवेज ने फिर बढ़ाया किराया

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लखनऊ। अब लोगों के लिए उत्तर प्रदेश परिवहन निगम की बसों में सफर करना काफी महंगा हो गया है। खस्ताहाल दौड़ती हुई बसों के लिए अब आपको और ज्यादा पैसे खर्च करने पड़ेंगे। जबकि बसों की हालत ऐसी है कि आपको कब कहाँ बीच सफर में छोड़ दें पता ही नहीं चलेगा। लेकिन इसके बावजूद रोडवेज बसों के किराए में भारी भरकम बढ़ोतरी की गई है।

उत्तर प्रदेश में रोडवेज बसों का किराया बढ़ा दिया गया है, जिसका फैसला उत्तर प्रदेश राज्य परिवहन प्राधिकरण (UPSRTC) द्वारा लिया गया है। बसों के किराए में लगभग 24 प्रतिशत की बढ़ोतरी की गई है। यह फैसला उत्तर प्रदेश में सोमवार से लागू कर दिया गया है। वहीं यूपीएसआरटीसी ने किराए में बढ़ोतरी की वजह महंगा डीज़ल बताया है। बोर्ड ने बताया कि इससे पहले साल 2020 में रेट बढ़ाए गए थे। इससे पहले 2020 में जब बसों का किराया बढ़ाया गया था। तब डीजल 63.50 रुपए प्रति लीटर के करीब था और अब जब डीज़ल 90 रुपए के करीब है, तो बसों में 25 पैसे प्रति किलोमीटर का इजाफा किया गया है। अभी तक टोडवेज बसों का किराया 1.05 रुपये प्रति किमी था। लेकिन सोमवार से नया किराया 1.30 रुपये प्रति किमी हो गया है।

वही साधारण बस सेवा के किराया बढ़ोतरी के साथ ही निगम की वातानुकूलित बसों के किटाये में भी बढ़ोतरी हुई है. जनरथ बस 3*3 का किराया 163. 86 पैसे, जनरथ बस 2 x 2 का किराया 193.76 पैसे,

वातानुकूलित स्लीपर बस का किराया 258.78 पैसे और वॉल्वों बसों का किराया 286.14 पैसे प्रति यात्री प्रति किलो मीटर हो गया है। किराये में की गयी उक्त बढ़ोत्तरी के बाद भी उत्तर प्रदेश परिवहन निगम का किराया उत्तराखण्ड, महाराष्ट्र और हिमाचल राज्य से कम ही है।

बता दें कि सोमवार को आदेश जारी होने के बाद रोडवेज बसों का किराया लागू कर दिया गया है। इसी के साथ अब यात्रियों को टिकट खरीदने के लिए ज्यादा पैसे खर्च करने होंगे। नया किराया लागू होने पर 25 पैसे प्रति किलोमीटर की दर से किराया बढ़ गया है। यानी प्रति किलोमीटर दर पहले 1.05 पैसे थी, जबकि अब यह 25 पैसे प्रति किलोमीटर बढ़कर 1.30 पेसे कर दी गई है। फिलहाल अपने आपक यह सोचकर सुकून दे सकते हैं कि कुछ अन्य राज्यों की तुलना में यूपी की बसों का किटाया आज भी कम है।

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