ब्ला-ब्ला एप बना माध्यम, प्राइवेट वाहनों में ढोने लगे सवारियां, महासंघ ने उठाई एप बंद करने की मांग

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पौड़ी। पर्वतीय टैक्सी/मैक्सी महासंघ ने निजी वाहन चालकों द्वारा ब्ला-ब्ला एप के माध्यम से सवारियां ढोए जाने पर रोष जताया है। उन्होंने तीन सूत्री मांगों का ज्ञापन डीएम को सौंपकर जल्द कार्रवाई की मांग उठाई है। मांगें नहीं माने जाने पर उन्होंने उग्र आंदाेलन की भी चेतावनी दी है।

ब्ला-ब्ला एप को उत्तराखंड में प्रतिबंधित करने, निजी वाहनों द्वारा सवारियां न ढोए जाने व डग्गामार वाहनों पर सख्त कार्रवाई करने की मांग को लेकर महासंघ एकजुट हो गया है। अध्यक्ष वीरेंद्र रावत व कोतवाल नेगी ने बताया कि बीते कुछ महीनों में निजी वाहन चालक ब्ला-ब्ला एप से जुड़कर यात्रियों को ढो रहे हैं। जिससे व्यावसायिक वाहन चालकों के साथ-साथ सरकार को भी नुकसान हो रहा है। बताया कि चारधाम यात्रा में व्यावसायिक वाहन चालक अपनी आजीविका चलाते हैं। साथ ही वाहनों की किस्त आदि का भुगतान करते हैं। लेकिन निजी वाहन चालक अब एप के माध्यम से चारधाम यात्रियों को भी ढोने का कार्य कर रहे हैं। बताया कि बैंकों से लोन लेकर उन्होंने व्यावसायिक वाहन संचालित किए हैं। यदि ऐसे ही चलता रहे तो उन्हें वाहनों की किस्त भरने के भी लाले पड़ जाएंगे। कहा कि कई वाहन बिना किसी यूनियन में पंजीकृत हुए डग्गामारी कर रहे हैं, जो कि घर-घर से सवारी उठा रहे हैं। जबकि निजी वाहनों द्वारा ऐसा कार्य करना परिवहन नियमावली का सीधे उल्लंघन है। उन्हाेंने जिला प्रशासन से इस पर रोक लगाने की मांग उठाई है। चेतावनी दी कि उनकी मांगे जल्द नहीं मानी गई तो महासंघ सभी व्यावसायिक वाहनों को खड़ा कर उग्र आंदोलन करेगा। इस मौके पर सचिव महावीर बहुगुणा, राकेश रावत, जगमोहन सिंह और महेंद्र भंडारी आदि शामिल रहे।

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