प्रदेश के अस्पतालों को सेना के हवाले करने की मांग

ख़बर शेयर करें -


कोटद्वार। उत्तराखंड में बढ़ती कोरोना माहमारी से बचाव के लिए सरकारी अस्पतालों में मरीजों को सुविधाएं न मिलने से नाराज युवा कांग्रेस के पूर्व प्रदेश सचिव प्रवेश रावत ने राज्यपाल उत्तराखंड शासन बेबी रानी मौर्या को ज्ञापन भेज सरकारी अस्पतालों को सेना के हवाले करने की मांग की है।  राज्यपाल को भेजे ज्ञापन में पूर्व प्रदेश सचिव श्री रावत ने कहा कि प्रदेश में स्वास्थ्य सेवाओं की स्थिति बदतर हो चुकी है। कोरोना माहमारी से बचाव के लिए मरीजों को सरकारी अस्पतालों में कोई भी सुविधा नही मिल पा रही है। इन अस्पतालों में आक्सीजन बैड, दवाई और कोरोना से बचाव के लिए वैक्सीन आदि जरूरी सुविधाएं नहीं है। सरकारी अधिकारी लगातार जनता को गुमराह कर रहे हैं। जबकि सरकारी अस्पतालों में मरीजों को भर्ती करने तक के लिए बैड नहीं है। कहा कि 18 से 45 वर्ष तक लोगों को वैक्सीन लगाने के लिए 1 मई से विभिन्न केंद्रों में वैक्सीन लगाने का प्रचार-प्रसार किया गया था, लेकिन एक सप्ताह बीत जाने के बाद भी कोई वैक्सीन नहीं आई है। कहा कि प्रदेश के अस्पतालों में स्वास्थ्य व्यवस्था पूरी तरह से लडखड़ा चुकी है, यदि शीघ्र ही इस व्यवस्था को दुरस्त नहीं किया गया तो प्रदेश में विस्फोटक स्थिति बन जाएगी। कहा कि प्रदेश में तत्काल राष्ट्रपति शासन लगाकर प्रदेश के अस्पतालों को सेना के हवाले कर दिया जाए। जिससे स्वास्थ्य सेवाओं का त्वरित लाभ प्रदेश की जनता को मिल सके। 

You cannot copy content of this page