आबकारी विभाग की निक्के के खिलाफ कार्रवाई के बाद कोटद्वार पुलिस शक के घेरे में

ख़बर शेयर करें -


कोटद्वार। यू तो कोटद्वार पुलिस अवैध शराब माफियाओं पर कार्रवाई करने के मामले में आबकारी विभाग से अव्वल रहती है, लेकिन इतने लंबे समय से कोटद्वार में अवैध शराब का कारोबार कर रहा निक्का क्यों पुलिस के हत्थे नही चढ़ पाया, इससे कोटद्वार पुलिस शक के घेरे में आती दिखाई दे रही है।
यहाँ यह बताते चलें कि कुछ दिन पूर्व आबकारी विभाग कोटद्वार की ओर से गोविंद नगर निवासी इंदर भाटिया उर्फ निक्का के खिलाफ आबकारी अधिनियम के तहत कार्रवाई की गई है। निक्का के घर से आबकारी विभाग को अवैध शराब भी उत्तराखंड समेत अन्य राज्यों की मिली थी।
कोटद्वार पुलिस की ओर निक्का के खिलाफ कार्रवाई क्यों नही की गई, इस बात से कोटद्वार पुलिस की भूमिका संदिग्ध लग रही है।
खबर डोज ने शुक्रवार को “अवैध शराब के साथ इंदर भाटिया उर्फ निक्का गिरफ्तार, निजी मुचलके पर छोड़ा” शीर्षक यह समाचार प्रमुखता से प्रकाशित किया था।
आपको यहाँ यह बता दे कि कोटद्वार एवं आसपास के क्षेत्रों में लगातार बढ़ता जा रहा अवैध नशे का कारोबार सिर का दर्द बनता जा रहा है। नशे में कई युवा बर्बादी की कगार पर जाते जा रहे हैं।
आबकारी विभाग और पुलिस लगातार नशे के इस कारोबार पर अंकुश लगाने के लिए पूर्ण रूप से प्रयास कर रहा है, लेकिन निक्के के खिलाफ पुलिस की ओर से कार्रवाई न होने से पुलिस की भूमिका संदिग्धता की घेरे में आ जाती है। सूत्रों के अनुसार कोटद्वार पुलिस की एक स्पेशल यूनिट का एक सिपाही निक्का के कारोबार में सहयोग करता था।

You cannot copy content of this page