डिप्टी रेंजर ने अपनी जीप लगाकर रोकी बदमाशों की बोलेरो, दो तस्कर दबोचे

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डिप्टी रेंजर हुए चोटिल, तस्करों के खिलाफ मामला दर्ज कर भेजा जेल

रुद्रपुर। तराई केंद्रीय वन प्रभाग के टांडा जंगल से खैर के गिल्टे ले जा रहे तस्करों और वनकर्मियों के बीच मुठभेड़ हो गई। वनकर्मियों को देखकर भाग रहे तस्करों की बोलेरो के आगे डिप्टी रेंजर ने जीप लगाकर रोक दिया।

इससे बोलेरो का अगला हिस्सा क्षतिग्रस्त हो गया और शीशा सिर पर लगने से वाहन चला रहा तस्कर घायल हो गया। इस घटना में डिप्टी रेंजर भी चोटिल हुए हैं। दोनों तस्करों के खिलाफ केस दर्ज कर उनको कोर्ट में पेश कर न्यायिक हिरासत में जेल भेजा गया है।

सोमवार की आधी रात टांडा रेंज में तैनात डिप्टी रेंजर दीवान सिंह रौतेला की अगुवाई में टीम गश्त पर थी। टीम हल्द्वानी-रुद्रपुर रोड पर पत्थरचट्टा से टांडा की तरफ जा रही थी। रात करीब सवा दो बजे टीम प्लाट संख्या टांडा एक पर पहुंची तो वहां पर कुछ लोग बोलेरो में गिल्टे भर रहे थे। वन कर्मियों ने अपना वाहन लकड़ी भर रहे लोगों के वाहन के आगे खड़ा दिया।

टीम को देखकर लकड़ी भर रहे लोग जंगल की ओर से भाग गए। वाहन में बैठे चालक ने उसे स्टार्ट कर भागने की कोशिश की। इस दौरान तेज रफ्तार वाहन वन कर्मियों के वाहन से टकरा गया। वन कर्मियों ने लकड़ी तस्करों के वाहन को घेर लिया। पूछताछ में वाहन सवार लोगों ने अपना नाम लखविंदर सिंह (19) और किशन विश्वास (23) निवासी खटोला नंबर-2 दिनेशपुर बताया। वाहन में खैर के ताजा कटे छह गिल्टे पाए गए। वाहन की टक्कर से लकड़ी लेकर भाग रहे लोगों के बोलेरो वाहन संख्या यूए 06 ई 3429 का शीशा टूट गया जिससे लखविंदर सिंह के सिर में गंभीर चोट आ गई थी। इसके अलावा डिप्टी रेंजर दीवान सिंह रौतेला और बोलेरो में बैठे दूसरे आरोपी किशन विश्वास को भी हल्की चोट आई थी।

घायल तस्करों का जिला अस्पताल में इलाज कराया गया। टांडा रेंज के रेंजर रूप नारायण गौतम ने बताया कि वाहन से खैर की लकड़ी के छह गिल्टों के साथ ही मौके पर 12 गिल्टे पड़े मिले थे। बताया कि आरोपियों को 26 वन अधिनियम के तहत गिरफ्तार किया गया है।

वन विभाग के अनुसार डिप्टी रेंजर दीवान सिंह रौतेला के पैर में कुछ दिन पहले मोच आई थी और पैर में गर्म पट्टी बंधी हुई थी। जब टीम तस्करों के करीब पहुंची तो वे अलर्ट हो गए थे। इस दौरान तस्कर ने बोलेरो की गति को बढ़ाकर भागने की कोशिश की थी लेकिन रौतेला ने साहस दिखाते हुए जीप को बोलेरो के आगे खड़ा कर दिया। बोलेरो की गति इतनी तेज थी कि जीप से टकराने के बाद बोलेरो का शीशा चकनाचूर होने के साथ ही अगला हिस्सा क्षतिग्रस्त हो गया। जीप के पास खड़े वनकर्मियों ने बोलेरो में बैठे तस्करों को मुस्तैदी दिखाते हुए दबोच लिया। इस टक्कर से रौतेला के पैर में चोट भी आई थी।

डीएफओ तराई केंद्रीय वन प्रभाग, रुद्रपुर यूसी तिवारी के मुताबिक वन संपदा की तस्करी रोकने के लिए दिनरात चौकसी की जा रही है। वन कर्मी चौबीस घंटे अलर्ट मोड पर हैं। वह स्वयं इस पर नजर रख रहे हैं। गिरफ्तार तस्करों के साथियों के बारे में जानकारी की जा रही है।

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