बारिश के समय नदियों से रहे दूर, पुलिस और प्रशासन ने नदी किनारे बसे लोगों से की हटने की अपील, जलस्तर बढ़ने पर कैसे दूधिया ने पार की सोना नदी, देखिये वीडियो

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कोटद्वार। मानसून शुरू हो गये हैं। लगातार दो दिन से बारिश हो रही है। नदियों का जलस्तर अधिक बढ़ा हुआ है। इसलिए नदियों के आसपास रहने वाले लोगों से पुलिस और प्रशासन ने अपील की है कि वह नदियों के किनारों से हटकर रहे। ताकि किसी भी प्रकार की अप्रिय घटना न हो। हालांकि अभी तक जिले के सभी मार्ग पूर्ण रूप से खुले हुए है। वाहन भी आवाजाही कर रहे हैं। सनेह पुलिस चौकी के पास स्थित सोना नदी का जलस्तर बढ़ा होने के कारण वहां से आवाजाही करने वाले दूधियाओं को परेशानी उठानी पड़ी।  

लगातार दो दिन से आ रही बारिश के चलते नदियों का जलस्तर काफी बढ़ गया है। पर्वतीय क्षेत्रों में कई स्थानों पर काफी तेज बारिश हुई है। जिससे यहां कोटद्वार की खोह और सुखरौ नदी का जलस्तर बढ़ गया है। शनिवार को पुलिस ने एलाउंस मेंट के जरिए खोह नदी के किनारे रह रहे लोगों को वहां से हटने की अपील की है। पूर्व में बारिश के नदी के जलस्तर बढ़ जाने से कई बार दुर्घटनाएं हुई है, लेकिन इस बार प्रशासन की ओर से पूर्व में ही लोगों को अलर्ट कर दिया है। पर्वतीय क्षेत्रों में आपदा से निपटने के लिए सभी तरह तैयारी हुई है। सभी अधिकारियों को मानसून में अपने-अपने मुख्यालयों में टिके रहने के निर्देश जिलाधिकारी पौड़ी डॉ. विजय कुमार जोगदंडे की ओर से जारी कर दिये गये हैं। शनिवार को तेज बारिश के चलते पाखरो की ओर से दूध लेकर कोटद्वार आने वाले दो दूधियों को दूध बांटकर वापिस जाने पर सोना नदी का जलस्तर बढ़ा दिखाई दिया। इसके बाद दोनों बाईक सवारों ने एक दूसरे की मदद करते हुए बाईक को किसी तरह वहां से निकाला। यदि नदी का जलस्तर यूं ही लगातार बढ़ता गया तो वहां से दूध लेकर कोटद्वार आने वाले दूधिया भी यहां नही आ सकेंगे। कोतवाली प्रभारी निरीक्षक नरेंद्र सिंह बिष्ट ने बताया कि पुलिस ने सुखरौ और खोह नदियों के किनारे रहने वाले लोगों को एलाउंसमेंट के जरिए हटने की अपील की है। ताकि नदी का जलस्तर बढ़ने पर कोई भी अप्रिय घटना न हो सके।

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