जिपं बोर्ड बैठक: अब HRDA की कार्यप्रणाली पर लगा आरोप, नक्शा पास का शुक्ल लेने के बाद भी नहीं होते क्षेत्र में विकास कार्य

–जिला पंचायत की बोर्ड बैठक में सदस्यों ने HRDA पर लगाए आरोप
–डीएम और सीडीओ की उपस्थिति में हुई इस बार बोर्ड बैठक
–लगभग तीन घंटे चली बोर्ड बैठक

हरिद्वार। लंबे समय बाद जिलाधिकारी कर्मेंद्र सिंह और सीडीओ आकांक्षा कोंडे की उपस्थिति में हुई बोर्ड बैठक में सदस्यों ने हरिद्वार रुड़की विकास प्राधिकरण पर क्षेत्र में विकास कार्य न करने के आरोप लगाए हैं। इसके अलावा बोर्ड सदस्यों ने हर घर नल से जल पहुंचाने की योजना की पोल खोल कर रख दी। डीएम और मुख्य विकास अधिकारी के सामने योजनाओं में चल रही भ्रष्टाचार और लापरवाही एक के बाद एक उजागर करना शुरू कर दी, जिससे बैठक में पहुंचे डीएम और सीडीओ भी एक दूसरे का मुंह देखते रह गए। बैठक में ब्लाकवार मेधावी छात्र-छात्राओं को सम्मानित करने का प्रस्ताव पास किया गया। बैठक में ग्रामीण क्षेत्रों में पुस्ताकालय बनाए जाने का प्रस्तारव भी रखा गया, जिसे शिक्षा विभाग को भेजकर जमीन पर उतारने का सर्वसम्मति से निर्णय लिया गया। तालाबों का सौंदर्यीकरण, जल भराव की समस्या, आवारा कुत्तों और बंदरों को पकड़ने की गुहार जिला पंचायत सदस्यों ने उठाई। सदस्यों ने सवाल उठाए की जलसंस्थान की ओर से पाइप लाइन बिछाने के लिए सड़के तो खोद दी जाती है, लेकिन उनकी मरम्मत नहीं की जाती है। सदस्यों ने हरिद्वार रूड़की विकास प्राधिकरण की कार्य प्रणाली पर भी सवाल खड़े किए। कहा कि प्रधिकरण ग्रामीण क्षेत्रों में नक्शा पास का शुल्क तो लेता है, लेकिन विकास के कोई कार्य नहीं करवाता है। सदस्यों ने कहा कि एचआरडी को क्षेत्र में डेवलपमेंट के कार्य भी करने चाहिए। प्राधिकरण की ओर नगर क्षेत्र में ही विकास कार्य होता है।
जिला पंचायत अध्यक्ष राजेंद्र चौधरी ऊर्फ किरण चौधरी की अध्यक्षता में आयोजित बैठक का संचालन अपर मुख्य अधिकारी संजय खंडूडी ने किया। इस मौके पर विधायक ममता राकेश, फुरकान अहमद, अन्नपूर्णा रावत, जिला पंचायत उपाध्यक्ष अमित चौहान, जिला पंचायत सदस्य दर्शना सिंह, मोनिका चौहान, अरविंद राठी, अंशुल चौधरी आदि मौजूद रहे।
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