अंतरराष्ट्रीय स्तर पर बुने गए 50 लाख की फिरौती के मामले में हरिद्वार पुलिस ने गिरफ्तार किया फिरौती गैंग
- फिरौती गैंग के 04 अभियुक्त किए गए गिरफ्तार
- सरगना साऊदी अरब से करता था गैंग को ऑपरेट
हरिद्वार। 25 सितंबर को अहमदपुर ग्रन्ट बहादराबाद निवासी युवक को फोन कर धमकी देते हुए अज्ञात अभियुक्तों द्वारा 50 लाख रूपये की मांगते हुए न देने पर जान से मारने की धमकी दी गई। जानकारी के अनुसार शिकायत के आधार पर थाना बहादराबाद में सम्बन्धित धाराओं में मुकदमा दर्ज किया गया। DIG/SSP डॉ. योगेन्द्र सिंह रावत द्वारा घटना का संज्ञान लेते हुए फिरौती की मांग कर रहे अभियुक्तों की जल्द गिरफ्तारी हेतु SP सिटी स्वंतन्त्र कुमार सिंह तथा SP क्राइम मनोज कत्याल के निर्देशन व ASP/CO सदर रेखा यादव व CO ऑपरेशन निहारिका सेमवाल के कुशल पर्यवेक्षण में अलग-अलग पुलिस टीमो का गठन किया गया।
गठित टीमो द्वारा जानकारी एकत्रित कर सुरागरसी पतारसी, सर्विलांस में आई प्रगति के आधार पर 5 जनवरी को प्रभारी निरीक्षक सीआईयू हरिद्वार नरेन्द्र सिंह बिष्ट, SO बहादराबाद रणवीर सिंह चौहान तथा हमराही पुलिस बल द्वारा थाना क्षेत्र मे अभियोग से सम्बन्धित अभियुक्तों की तलाश के दौरान ग्राम सहदेवपुर थाना पथरी निवासी अभियुक्त परीक्षित उर्फ प्रिंस व मंजीत, विनीत पुत्र पवन कुमार निवासी ग्राम भारोटा थाना दोराला मेरठ हाल पता दक्ष इन्कलेव कालोनी सराय रोड ज्वालापुर व शेरखान निवासी सरकंडी गंगनहर हरिद्वार को गिरफ्तार किया गया। जिनके कब्जे से घटना मे प्रयुक्त अवैध तमन्चे ,मोबाईल फोन व मोटर साइकिले बरामद हुयी।पूछताछ में अभियुक्तों द्वारा 50 लाख रूपयो की फिरौती मांगने व डराने के लिये 25 दिसम्बर की रात को पीड़ित के घऱ के सामने फायर किया जाना स्वीकार किया गया । घटना मे अभियुक्त शेरखान के भाई मुनीर आलम पुत्र इमरान निवासी सरकडी थाना गंगनहर जिला हरिद्वार हाल पता सउदी अरब के द्वारा इंटरनेशनल कॉल के माध्यम से धमकी देना प्रकाश में आने पर अभियुक्त मुनीर आलम की नामजदगी दर्ज की गयी । अभियुक्त मंजीत, परीक्षित उर्फ प्रिंस व शेरखान के कब्जे से नाजायज तमंचे मय जिन्दा कारतूस बरामद हुए है। फिरौती कांड की जड़ें खगांलते हुए पुलिस टीम के हाथ महत्वपूर्ण जानकारी लगी। गैंग द्वारा फिरौती मांगने के लिए सोशल मीडिया प्लेटफार्म का उपयोग किया गया। कोतवाली गंगनहर निवासी गैंग लीडर द्वारा रियाद साऊदी अरब में रहते हुए योजना का खाका तैयार कर फेसबुक मैसेंजर के माध्यम से अपने गुर्गों को योजना की जानकारी दी गई।
घटनाक्रम की गहराई नापने में नाकाम सभी ऐजेंसियों द्वारा हाथ पीछे खींचने पर हरिद्वार पुलिस ने उपलब्धि हासिल की। इंटरनेशनल कॉल के माध्यम से फिरौती मांगने व धमकाने का मामला होने के कारण सबसे बड़ी पसोपेश का सामना कर रही टीम ने महीन सिरों को जोड़ते हुए सारे घटनाक्रम का खुलासा किया गया। पूछताछ के दौरान यह तथ्य भी प्रकाश में आया कि अभियुक्त प्रिंस के साथ बहस होने व सम्पत्ती के बारे में प्रिंस को जानकारी होने के कारण गैंग द्वारा पीड़ित को टारगेट किया गया। जनपद पुलिस मुख्यालय में आयोजित पत्रकार वार्ता के दौरान DIG/SSP हरिद्वार योगेन्द्र सिंह रावत द्वारा फिरौती के अन्तर्राष्ट्रीय स्तर से जुड़े मामले का खुलासा करने पर बहादराबाद पुलिस व सीआईयू हरिद्वार की टीम को 5000 रुपये नगद पुरस्कार की घोषणा की है। पुलिस को बदमाशों से एक तमंचा 315 बोर मय एक जिन्दा कारतूस 315 बोर (मंजीत), एक तमंचा 12 बोर मय एक जिन्दा कारतूस 12 बोर ( परीक्षित उर्फ प्रिंस), एक तमंचा 315 बोर मय एक जिन्दा कारतूस 315 बोर (शेरखान), एक मोबाईल फोन वीवो कम्पनी का (थाना रानीपुर क्षेत्र से छीना हुआ), तीन मोबाईल फोन,
घटना में प्रयुक्त दो मोटर साईकिल मिली है। पुलिस टीम में सीआईयू टीम हरिद्वार इंस्पेक्टर नरेन्द्र सिंह बिष्ट (प्रभारी), उपनिरीक्षक रणजीत सिंह तोमर, हेड कांस्टेबल सुन्दरलाल, कांस्टेबल विवेक यादव, हरवीर सिंह रावत, नरेन्द्र सिंह, उमेश कुमार, अजय कुमार, पदम, थानाध्यक्ष बहादराबाद रणवीर सिंह चौहान, उप निरीक्षक गजेन्द्र सिंह रावत, अकरम अहमद, हेमदत्त भारद्वाज, कांस्टेबल बलवीर चौहान, मुकेश नेगी, अमित भट्ट, दिनेश चौहान, जयवीर रावत शामिल रहे।
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