हरिद्वार में खनन बंद कराने को 21 दिन का अल्टीमेटम, बंद न हुआ तो लाठी डंडों से खनन बंद कराएगी किसान यूनियन, देखिए वीडियो

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-किसान यूनियन ने सीएम और डीएम हरिद्वार को अवैध खनन के लिए ठहराया जिम्मेदार

-डीएम, खनन अधिकारी और एसडीएम पर लगाया मिलकर अवैध खनन कराने का लगाया आरोप

-हाईकोर्ट के आदेश के बावजूद भी मनमर्जी चला रहे हैं अधिकारी

हरिद्वार। भारतीय किसान यूनियन ने हरिद्वार जिले में चल रहे खनन को लेकर जिला प्रशासन पर मिलीभगत के आरोप लगाए हैं। 21 दिन के अंतराल में अवैध खनन को बंद नहीं किया गया तो किसान यूनियन लाठी डंडों के साथ जबरन अवैध खनन को बंद कराएगी। यूनियन ने हाथियों की ओर से किसानों की नष्ट की गई फसल का मुआवजा देने की मांग की है।

प्रेस क्लब हरिद्वार में पत्रकारों से मुखातिब होते हुए भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता अरुण शर्मा ने कहा कि जिलाधिकारी, खनन अधिकारी और एसडीएम मिलकर अवैध खनन करवा रहे हैं। उन्होंने जिला प्रशासन पर आरोप लगाते हुए कहा कि हाईकोर्ट के आदेश के बावजूद भी जिला प्रशासन रिश्वत लेकर अवैध खनन करा रहे हैं। राष्ट्रीय प्रवक्ता अरुण शर्मा ने कहा 16 मार्च वर्ष 2022 में हाईकोर्ट के आदेश के बाद हरिद्वार कुंभ मेला क्षेत्र में खनन पर रोक लगी थी, लेकिन इसके बाद भी चंडीपुल के नीचे डीएम और खनन अधिकारी की मिलीभगत से बाहरी खनन माफिया अवैध खनन कर रहे हैं। कहा कि चंडी पुल के नीचे कुंभ क्षेत्र में रिवर ट्रेनिंग के नाम पर अवैध खनन हो रहा है, जिसे 24 घंटे के अंतराल में बंद कराने का भी अल्टीमेटम किसान यूनियन ने जिला प्रशासन को दिया है। उन्होंने हाथियों की ओर से किसानों की नष्ट की गई फसल का मुआवजा दिए जाने की मांग की है। उन्होंने प्रदेश सरकार से किसान आयोग का गठन कराने की भी मांग की है। पत्रकार वार्ता में संजय चोपड़ा, प्रमोद कुमार शर्मा, सतीश कुमार राणा, राजीव थपलियाल आदि मौजूद रहे।

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