वाहन नहीं है तो भाड़े का वाहन लेकर घटनास्थल पर पहुंचे अधिकारी
– वनाग्नि जनपदीय नोडल अधिकारी ने दिए कर्मचारियों को निर्देश
पौड़ी। जनपद क्षेत्र में जंगलों की आग से हुए नुकसान और आग पर नियंत्रण की कार्यवाही के लिए वनाग्नि जनपदीय नोडल अधिकारी ने समीक्षा बैठक ली। इसके बाद जंगलों का निरीक्षण भी किया। वनाग्नि जनपदीय नोडल अधिकारी ने कहा कि जंगलों की आग की घटना पर त्वरित कार्यवाही के निर्देश दिए गए हैं। यदि घटनास्थल तक पहुंचने के लिए विभाग के पास वाहन सुविधा नहीं हैं तो भाड़े का वाहन कर घटनास्थल पर पहुंचने के लिए कहा गया है।गुरूवार को जनपद मुख्यालय में वनाग्नि जनपदीय नोडल अधिकारी नरेश कुमार ने गढ़वाल वन प्रभाग व सिविल एवं सोयम वन प्रभाग पौड़ी के अधिकारियों के साथ बैठक ली। इस दौरान नरेश कुमार ने अब तक जंगलों की आग से हुए नुकसान के बारे में जानकारी ली। अधिकारियों ने बताया कि अब तक जनपद में जंगल की आग की 493 घटनाओं में 725 हैक्टेयर भूमि जंगल की आग से प्रभावित हुई है। जिसमें करीब 20 लाख की वन संपदा का नुकसान हुआ है। नरेश कुमार ने कहा कि जंगलों की आग संबंधी घटनाओं पर त्वरित कार्यवाही करें। यदि कर्मचारियों के पास वाहन सुविधा नही है तो भाड़े के वाहन से घटनास्थल तक पहुंचना सुनिश्चित करें। कहा कि आग बुझाने के लिए विभागीय अधिकारी आपदा फंड से भी उपकरण खरीद सकते हैं। इसके लिए शासन स्तर से निर्देश जारी हुए हैं। नरेश कुमार ने कहा कि विभागीय कर्मी जंगलों को आग से बचाने के लिए वन पंचायत स्तर पर जागरुकता कार्यक्रम जारी रखें। इसके बाद विभागीय अधिकारियों ने पौड़ी, खिर्सू क्षेत्र के जंगलों में स्थिति का जायजा भी लिया। इस दौरान डीएफओ केएस रावत व सोहन लाल, एसडीओ राजेंद्र रावत, वन क्षेत्राधिकारी अनिल भट्ट आदि मौजूद रहे।
लेटेस्ट न्यूज़ अपडेट पाने के लिए -
👉 खबरडोज के व्हाट्सप्प ग्रुप से जुड़ें