हरिद्वार में महिला दरोगा ने अधिवक्ता से की अभद्रता, रानीपुर कोतवाली में आई महिला अधिवक्ता को बोली GET LOST
-कार्रवाई न होने पर जिला बार संघ हरिद्वार होगा आंदोलन को बाध्य
हरिद्वार। आम जनता से पुलिस के उलझने और बदसलूकी करने के मामले कम होते नजर नही आ रहे हैं। पौड़ी और हल्द्वानी में हुए थप्पड़ कांड के बाद अब जनपद हरिद्वार की रानीपुर कोतवाली में तैनात महिला अपर उपनिरीक्षक की ओर से अधिवक्ता के साथ अभद्र व्यवहार करने का मामला प्रकाश में आया है। महिला अधिवक्ता ने एसएसपी हरिद्वार से अभद्र व्यवहार करने वाली महिला दारोगा के खिलाफ कार्रवाई की मांग उठाई है।
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक हरिद्वार प्रमेंद्र सिंह डोबाल को लिखे पत्र में ज्वालापुर निवासी अधिवक्ता रीमा शाहीम ने बताया कि बीती 19 मई को अपने छोटे भाई के साथ वाहन संबंधी जानकारी के लिए रानीपुर कोतवाली गई थी, कोतवाली में तैनात अपर उपनिरीक्षक रीना कुंवर से जब थाने में सीज बाइक की जानकारी ली तो वह बिना बात के ही उनसे उलझने लगी और भड़कते हुए बोली GET LOST। इसके बाद अभद्र व्यवहार करते हुए बोली तुम निकलो थाने से बाहर, गेट आउट। जिससे मेरे मान सम्मान पर ठेस पहुँची है। उन्होंने पत्र में कहा कि वह हरिद्वार बार संघ की अधिवक्ता हूं। यदि महिला उपनिरीक्षक ऐसे ही महिलाओं से बदसलूकी करेंगी, तो महिलाएं एक बार फिर से पहले की तरह पुलिस कोतवाली में आने घबराहट महसूस करेंगी। जिससे मित्र पुलिस की छवि फिर से धूमिल होने लगेगी। उन्होंने एसएसपी हरिद्वार से उक्त मामले की जांच कर दोषी महिला अपर उपनिरीक्षक रीना कुँवर के खिलाफ उचित कार्रवाई की मांग की है।
जिला बार संघ के अध्यक्ष विश्व बंधु बाली ने कहा कि अधिवक्ता और पुलिस का चोली दामन का साथ होता है। पुलिस को न्यायिक कार्यों में अधिवक्ताओं की ओर से पूरा सम्मान दिया जाता है, लेकिन ऐसे मामलों को देखते हुए लगता है कि अधिवक्ता समाज को अधिवक्ता सुरक्षा अधिनियम की सख्त जरूरत है। अधिवक्ता के साथ ही अभद्रता करना न्याय संगत नहीं है। उन्होंने कहा कि यदि इस मामले में पुलिस की ओर से कोई दोषी महिला दरोगा के खिलाफ कोई कार्रवाई नही की गई, तो बार संघ आंदोलन को बाध्य होगा।
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