हरिद्वार में कर्मचारी आयोग के सदस्य के समक्ष ही अस्पताल के सफाई कर्मचारियों ने खोल दी ठेकेदार की पोल, बोले आज ही मिली वर्दी, देखिए वीडियो

ख़बर शेयर करें -

-15 माह से नहीं आ रहा कर्मचारियों का वेतन, ठेकेदार ही स्वयं कर रहे हैं भुगतान

-कई सालों एक ही ठेकेदार के भरोसे है सफाई का जिम्मा, नही हुआ नया टेंडर

-आज ही मिली पहनने को वर्दी, बोली महिला कर्मचारी

हरिद्वार। सोमवार को सफाई कर्मचारियों की समस्या सुनने के लिए हरिद्वार महिला अस्पताल पहुंचे उत्तराखंड राज्य कर्मचारी आयोग के सदस्य विनय प्रताप के समक्ष कर्मचारियों ने अपनी-अपनी समस्याएं रखी। इस दौरान कर्मचारियों ने कई मामलों में सफाई ठेकेदार की पोल खोल कर रख दी। जिस पर कर्मचारी आयोग के सदस्य विनय प्रताप ने कहा कि जल्द ही कर्मचारियों की समस्याओं का समाधान करने का प्रयास किया जाएगा।

महिला अस्पताल सभागार में आयोजित बैठक में कर्मचारी आयोग के सदस्य विनय प्रताप सिंह ने कहा कि कर्मचारियों की समस्या का समाधान करना उनकी पहली प्राथमिकता में है, जिन-जिन समस्याओं को आज कर्मचारियों की ओर से उठाया गया है, उन समस्याओं के निस्तारण के लिए वह हरसंभव प्रयास करेंगे। इस दौरान कर्मचारियों की ओर से सुनाई गई समस्या सुनकर वह भी हैरान हो गए।

सफाई ठेकेदार अजय सैनी ने कहा कि पिछले 15 माह विभाग की ओर से कोई भुगतान नहीं किया गया है। वह स्वयं ही कर्मचारियों को वेतन देते हैं। सफाई ठेकेदार की यह बात कर्मचारी आयोग के सदस्य के गले से नीचे नहीं उतरी। जब आयोग के सदस्य विनय प्रताप सिंह ने कर्मचारियों से वर्दी रोजाना पहनने की बात पूछी तो महिला कर्मचारी ने कहा कि यह वर्दी उन्हें आज मिली है और सन्नी नाम के व्यक्ति ने दी है। दूसरी महिला कर्मचारी ने कहा कि वह पिछले 11 साल से अस्पताल में तैनात है, लेकिन उनका एक रुपया वेतन तक नहीं बढ़ाया गया है।

तीसरे सफाई कर्मचारी ने कहा कि यदि एक वर्ष तक लगातार कार्य करके एक छुट्टी ली जाती है तो उसका भी पैसा सफाई ठेकेदार की ओर से काट लिया जाता है। कर्मचारियों की समस्या सुनकर आयोग के सदस्य विनय प्रताप ने कहा कि कर्मचारी छुट्टी का हकदार है, वेतन बढ़ाने के लिए जल्द ही उनकी ओर से पत्राचार किया जाएगा।

उन्होंने कहा कि यदि इस पूरे मामले में ठेकेदार की कोई खामी पाई जाती है तो आयोग की ओर से संबंधित ठेकेदार के खिलाफ पत्राचार किया जाता है, पत्राचार में ठेकेदार के खिलाफ ब्लैक लिस्ट किए जाने की कार्रवाई की जाती है। कहा कि कर्मचारियों की समस्या सुनकर पूरा मामला गलत लग रहा है। जिसकी जांच कराई जाएगी।

इस मौके पर मेला अस्पताल के सीएमएस डॉ. राजेश गुप्ता, बाल रोग विशेषज्ञ डॉ. शशिकांत, नेत्र रोग विशेषज्ञ डॉ. श्याम सोनी, लेबर इंस्पेक्टर मीनाक्षी भट्ट, चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी यूनियन के प्रदेश अध्यक्ष दिनेश लखेड़ा आदि मौजूद रहे।

You cannot copy content of this page