पांडे जी से बिगड़े बोल बोल पड़े किन्नर, मामला पहुंचा कोटद्वार कोतवाली, पढ़िये पूरा मामला
कोटद्वार। कोटद्वार थाने में पहली बार किन्नर समुदाय के कुछ सदस्यों के खिलाफ तहरीर दी गयी है। वर्षों से किन्नर समुदाय द्वारा किसी घर मे बच्चे के जन्म लेने पर या शादी होने पर खुशी के इस तरह के अवसर पर उस घर मे बधाई के गीत गाते हुए कपड़े, पैसे आदि मांगे जाते थे। लोगों द्वारा खुशी-खुशी भेंट स्वरूप दिया भी जाता था। ये प्रथा आज भी चल रही है। हालांकि संविधान में किन्नर समुदाय को अब कई अधिकार मिल चुके है। जिसके बाद अब वो नौकरी करके भी जीवन यापन कर सकते है। कोटद्वार नगर में भी इसी तरह कई वर्षों से किन्नर समुदाय द्वारा बधाई के गीत गाकर बच्चे को या नवविवाहित जोड़े को आशीर्वाद दिया जाता है। लोग इस समुदाय का सम्मान भी करते है, लेकिन कल कोटद्वार थाने में रतनपुर कोटद्वार निवासी विवेक पांडेय द्वारा एक तहरीर दी गयी कि कुछ किन्नर उनके घर आकर बिना मास्क के जबरदस्ती उनके नवजात शिशु के कमरे में घुस गए, उनसे बत्तमीजी करने लगे। साथ ही विवेक के बुज़ुर्ग माता-पिता के साथ गाली-गलौज और धमकी देने लगे। कोरोना काल के दौरान कई परिवारों की आर्थिक स्थिति बिगड़ चुकी है। कई लोग बेरोजगार भी हुए है। इसलिए किन्नर समुदाय के कुछ सदस्यों द्वारा यदि वास्तव में ऐसा किया गया है तो उन्हें भी परिवार की परिस्तिथियों को समझना चाहिए। अपने व्यवहार में बदलाव लाना चाहिए। हालांकि कोटद्वार में किन्नर समुदाय के कुछ पुराने सदस्य ऐसे सदस्य भी है। जिनका लोग इतना सम्मान करते है कि उनके व्यवहार के कारण हर त्यौहार पर या अन्य शुभ अवसर खुद जाकर उन्हें भेंट स्वरूप पैसे या जरूरत का सामान देते है। हालांकि लॉकडाउन के दौरान कोटद्वार में किन्नर समुदाय ने भी जरूरतमंद लोगों को राशन बाटा था। कोटद्वार थाने की महिला उपनिरीक्षक भावना भट्ट ने बताया कि दोनों पक्षों को थाने में बुलाया गया तो आपस मे दोनों ने शांति पूर्वक बात कर ली थी और किन्नर समुदाय के सदस्यों द्वारा उनसे माफी भी मांग ली थी।
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