शराब माफिया बिहारी का चलना बंद हुआ सिक्का, अब किसका चलेगा इक्का?

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श्यामपुर से खडखड़ी तक चलता था कारोबार: सूत्र
-शराब के काले कारोबार में आबकारी विभाग की भूमिका रही संदिग्ध

हरिद्वार। धर्मनगरी हरिद्वार में अवैध शराब का कारोबार करने वाले बिहारी का सिक्का अब चलना बंद हो गया है। लंबे समय से अवैध शराब का कारोबार कर रहे बिहारी का पर्दाफाश होने के बाद यह सिक्का बंद हुआ है।
सूत्रों के मुताबिक शराब माफिया बिहारी का धर्मनगरी में काफी लंबे समय से अवैध शराब का कारोबार फलफूल रहा था। यह शराब का काला कारोबार श्यामपुर क्षेत्र से खड़खड़ी तक दिनदहाड़े चल रहा था, अब अचानक से कारोबार बंद करवा दिए जाने से बिहारी को बौखलाहट हो गई है। सूत्रों के मुताबिक यह शराब का काला कारोबार श्यामपुर क्षेत्र से स्कूटियों पर चलता था, जहां से माफिया के तस्कर खुलेआम स्कूटी में अवैध शराब की तस्करी करते थे। कुछ समय पहले एक स्कूटी यातायात पुलिस के अपर उपनिरीक्षक के हत्थे चढ़ गई थी, इस दौरान शराब तस्कर से जुड़े कई लोगों के फोन स्कूटी छुडवाने के लिए आए, लेकिन उन फोनों से ईमानदार अपर उपनिरीक्षक का ईमान नहीं डोल पाया, जिसके बाद स्कूटी को सीज कर दिया गया। स्कूटी से पुलिस को लगभग 400 पव्वे अवैध शराब के मिले थे। सूत्रों के मुताबिक यह बिहारी अपना सिक्का दोबारा चलाने के लिए ऐडी चोटी का जोर लगा रहा है, लेकिन कही से भी सफलता हाथ नहीं लग रही है। सूत्रों के मुताबिक यह शराब माफिया कही से भी सफलता हाथ न लगने के कारण अब अन्य शराब माफियाओं की राह पर चल पड़ा है। सबसे अच्छी बात यह है कि बिहारी अब कुछ लोगों को साथ में लेकर शराब का कारोबार कर रहे माफियाओं की मुखबिरी में लग गया है। आपको यह बता दें कि बिहारी के खिलाफ कई मामले दर्ज हैं, लेकिन अभी तक बिहारी के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की गई है। फिलहाल इस अवैध शराब के काले कारोबार पर बिहारी का सिक्का बंद होने के बाद रोक लग गई है। कुल मिलाकर इस पूरे कारोबार पर आबकारी विभाग की भूमिका संदेह के घेरे में है।

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