गूंगे और बहरे बुजुर्ग दंपति की मदद कर कोटद्वार पुलिस ने कायम की नई मिसाल

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-झंडाचौक पर घूम रहे थे बुजुर्ग दंपति, पुलिस ने रोककर सुनी समस्या, कराया समाधान

कोटद्वार। कोरोना संक्रमण की रोकथाम को लेकर जहां एक ओर पुलिस कोरोना कफ्र्यू में अनावश्यक घूम रहे लोगों से सख्ती से निपट रही है, वहीं दूसरी ओर शुक्रवार सुबह झंडाचौक पर अपने गंतव्य को जाने के लिए वाहन ढूंढ रहे गूंगे और बहरे बुजुर्ग दंपति की मदद कर कोटद्वार पुलिस ने एक नई मिसाल कायम की है। बुजुर्ग दंपति ने मित्र पुलिस के इस कार्य की सराहना करते उनका आभार जताया है।  कोटद्वार कोतवाली में तैनात महिला उपनिरीक्षक भावना भट़्ट और उपनिरीक्षक सतेंद्र भंडारी ने संयुक्त रूप से बताया कि शुक्रवार की सुबह झंडाचौक पर 70 वर्षीय माधव मुरारी माथुर पुत्र बांके एवं उनकी पत्नी सुलोचना देवी सतपुली जाने के लिए वाहन ढूंढ रहे थे। काफी देर तक वाहन न मिलने पर उन्होंने पुलिस से मदद मांगी। गूंगे और बेहरे होने के कारण वह अपनी बात पुलिस को काफी देर तक नहीं समझा सके। जिसके बाद पुलिस को बुजुर्ग दंपति ने एक कागज पर लिखकर अपनी समस्या बताई। जिसमें बुजुर्ग दंपति ने लिखा कि उनकी सास की मृत्यु हो गई है, जिस कारण उन्हें सतपुली जाना है और उनके पास सतपुली जाने तक के पैसे नहीं है। उनका कोई परिजन भी नहीं है और उन्हें कोई गाड़ी नहीं मिल रही है। जिस पर कोटद्वार कोतवाली में तैनात दोनों उपनिरीक्षकों ने उन्हें एक वाहन बुलाकर और बुजुर्ग दंपति को किराया देकर अपने गंतव्य की ओर रवाना कर दिया। पुलिस के इस कार्य के लिए बुजुर्ग दंपति ने उनका आभार जताया है। कोतवाली प्रभारी निरीक्षक नरेंद्र बिष्ट ने बताया कि जरूरतमंद बुजुर्ग व्यक्ति उनसे कोई भी समस्या होने पर फोन पर संपर्क साध सकते हैं। पुलिस की ओर से हर संभव मदद की जाएगी। उन्होंने क्षेत्रीय जनता से भी घर से अनावश्यक बाहर न निकलने और कोरोना कफ्र्यू का पालन करने की अपील की है। आवश्यक कार्य पड़ने पर घर से मास्क पहनकर बाहर निकले।

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