अब उत्तराखंड के बॉर्डरों पर होगी रैपिड एंटीजन टेस्ट की व्यवस्था, मुख्य सचिव उत्तराखंड ने जारी किए निर्देश
देहरादून। कोरोना संक्रमण के रोकथाम को रोकने के लिए उत्तराखंड के बॉर्डरों पर रैपिड एंजीजन टेस्ट की व्यवस्था की जाएगी। इसके लिए मुख्य सचिव उत्तराखंड ओमप्रकाश ने गुरूवार को निर्देश जारी किए हैं। मुख्य सचिव ओमप्रकाश ने गुरुवार को सचिवालय में कोविड 19 के संबंध में प्रदेश स्तर के नोडल अधिकारियों के साथ वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से आयोजित बैठक में अधिकारियों को दवाओं और ऑक्सीमीटर आदि की कालाबाजारी रोकने के लिए सख्त कार्रवाई किए जाने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने कोविड के प्रसार को रोकने के लिए एनफोर्समेंट पर भी फोकस किए जाने के निर्देश दिए। मुख्य सचिव ने कहा कि अन्य राज्यों से आने वाले यात्रियों का रजिस्ट्रेशन अनिवार्य रूप से चेक किया जाए। ताकि उनकी ट्रेसिंग सुनिश्चित की जा सके। मुख्य सचिव ने कहा कि होम आईसोलेशन में रह रहे कोविड मरीजों की लगातार मॉनिटरिंग कर टेली कंसल्टेशन की सुविधा भी उपलब्ध करायी जाए। इसके उपरान्त मुख्य सचिव ने प्रदेश के विभिन्न प्राईवेट अस्पतालों के उच्चाधिकारियों से वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से बात कर उनकी समस्याओं के विषय में बात की। उन्होंने प्राईवेट अस्पताल संचालकों को ऑक्सीजन एवं रेमेडिसिविर की आपूर्ति का आश्वासन देते हुए कहा कि ऑक्सीजन की आपूर्ति बढ़ाए जाने के लगातार प्रयास किए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि रेमेडिसिविर के लिए उपलब्ध कराए गए फॉर्मेट में प्रतिदिन का डाटा उपलब्ध कराया जाए। ताकि आवश्यकता के अनुसार रेमेडिसिविर उपलब्ध करायी जा सके। मुख्य सचिव ने कहा कि अस्पतालों की ओर से पोर्टल पर रियल टाईम डाटा अपलोड किए जाने के साथ ही बायो मेडिकल वेस्ट मैनेजमेंट के लिए प्रोटोकॉल के अनुसार उचित व्यवस्था किए जाने के भी निर्देश दिए। उन्होंने सभी अस्पतालों के लिए जन संपर्क अधिकारी (पीआरओ) नियुक्त किए जाने की भी बात कही है। इससे आमजन को किसी भी प्रकार की जानकारी उपलब्ध कराए जाने में सुविधा होगी। इस अवसर पर अपर मुख्य सचिव मनीषा पंवार, वीडियो कॉफें्रसिंग के माध्यम से सचिव अमित नेगी, सचिन कुर्वे, राधिका झा, सौजन्या समेत अन्य वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।
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