पौड़ी गढ़वाल में मजाक बनकर रह गई है कोरोना रोकथाम, बस यात्रियों की नहीं हो रही है जांच
कोटद्वार। पौड़ी गढ़वाल में कोरोना की दूसरी लहर कोरोना रोकथाम के लिए अंतर्राज्यीय सीमाओं पर चिन्हित 12 राज्यों के यात्रियों की कोरोना जांच के लिए स्थापित की गई बार्डर चौकियों पर कारों से आने वाले गैर राज्यों के लोगों की कोरोना रिपोर्ट देखी जा रही है, किन्तु इन्हीं राज्यों से परिवहन निगम व अन्य बसों से आने वाले यात्रियों की कोरोना जांच रिपोर्ट नहीं देखी जा रही है। इस मामले में पौड़ी एसएसपी पी. रेणुका देवी का कहना है कि उन्हें शासन से अभी तक बसों को रोककर यात्रियों की कोरोना जांच करने का आदेश नहीं मिला है। वहीं इस पर जिले के स्वास्थ्य प्रमुख सीएमओ डॉ. मनोज शर्मा का कहना है कि चेक पोस्ट पर जिस वाहन को रोककर पुलिस जांच के लिए भेजेगी उसी वाहन के यात्रियों की कोरोना जांच की जाएगी। ऐसी स्थिति में बसों से आने वाले 80 प्रतिशत से अधिक गैर राज्यों के यात्रियों को बिना कोरोना जांच के जिले में प्रवेश दिया जा रहा है। जबकि लगभग 20 प्रतिशत निजी वाहनों से आने वाले यात्रियों की पुलिस और स्वास्थ्य विभाग जांच कर कोरोना रोकथाम की रस्म अदायगी कर रहे है।
इस बात की पड़ताल करने के लिए जनपद पौड़ी गढ़वाल अन्तर्राज्यीय सीमा पर स्थित चेक पोस्ट कौड़िया में सारा माजरा दिखाई दे रहा है। यहीं नहीं इस चेक पोस्ट से उत्तर प्रदेश से लगभग हजारों लोग प्रतिदिन कोटद्वार पौड़ी गढ़वाल के लिए प्रवेश करते है। उनकी भी जांच का कोई पैमाना अभी तक तय नहीं किया गया है। उत्तराखण्ड सरकार की ओर से चिन्हित किये गये उत्तर प्रदेश, दिल्ली, राज्यस्थान, पंजाब, मध्य प्रदेश, गुजरात, महाराष्ट्र आदि 12 राज्यों से पौड़ी जिले में आने वाले प्रवासियों व पर्यटकों के लिए 72 घंटे पहले की कोरोना नेगेटिव रिपोर्ट साथ में लाने की अनिवार्यता या फिर मौके पर कोरोना जांच कराने के बाद ही प्रवेश देने की एडवाइजरी जारी की गई है। जनपद पौड़ी गढ़वाल की यूपी से सटे कोटद्वार के कौड़िया चेकपोस्ट पर बाहरी क्षेत्रों से कारों में आ रहे यात्रियों का रोककर कोविड-19 जांच की जा रही है, लेकिन दिल्ली, उत्तर प्रदेश समेत अन्य राज्यों से परिवहन निगम व अन्य बसों से आने वाले यात्रियों की अभी जांच नहीं की जा रही है।
कोरोना माहमारी की रोकथाम के लिए प्रदेश सरकार की ओर से अधिक प्रयास किए जा रहे हैं। यूपी से उत्तराखंड से लगते बार्डरों पर बाहरी क्षेत्रों से निजी वाहन में आने वाले यात्रियों का कोविड-19 चेकअप किया जा रहा है। यूपी से सटे कोटद्वार कौड़िया चैकपोस्ट पर अभी फिलहाल बाहरी क्षेत्रों से आने वाली बसों की कोई चैकिंग नहीं की जा रही है। जबकि कारों को रोककर चैकअप किया जा रहा है। इससे यह तो साफ हो गया है कि कोरोना माहमारी को रोकने के लिए जिला प्रशासन पौड़ी कितना गंभीर है। पिछले वर्ष सरकार की ओर से लाकडाउन के दौरान उन यात्रियों को बसों से यहां बुलवाया गया, जो बाहर अन्य प्रदेशों में रोजगार के लिए गए हुए थे। लाकडाउन में सब कुछ बंद होने के बाद कई लोग अपने घरों को वापस आए थे। तो उनके लिए प्रशासन की ओर से अलग व्यवस्था की गई थी। वह बसें कोटद्वार कौड़िया चैक पोस्ट से सेनेटाइज होकर ग्रास्टनगंज दशहरा ग्राउंड जा रही थी। जहां उनके चैकअप की व्यवस्था बनाई गई थी, लेकिन अभी इस तरह कोई भी व्यवस्था पौड़ी प्रशासन की ओर से नहीं की गई है। इस संबंध में जिले के सीएमओ मनोज शर्मा ने बताया कि बाहरी क्षेत्रों से आने वाली बसों को रोककर यात्रियों को रोकने की व्यवस्था प्रशासन की ओर से बनाई जाएगी। इसके लिए प्रशासन से वार्ता की जाएगी। एसएसपी पौड़ी पी रेणुका देवी का कहना है कि बसों को रोकने के लिए शासन की ओर से कोई आदेश नहीं है।
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