फार्मासिस्ट अनिल भट्ट की सेवाभाव के कायल हैं रामागांव के ग्रामीण

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तीन विकास क्षेत्रों के केंद्र में है पीएचसी रामागांव

कोटद्वार। कोरोना संक्रमण काल के दौरान विकास क्षेत्र दुगड्डा का प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र, रामागांव तीन विकास क्षेत्रों के कई गॉंवों लिए संजीवनी का कार्य कर रहा है। हालांकि यहां फार्मासिस्ट के अलावा कोई भी तैनात नहीं है, इसके बावजूद वह पिछले डेढ़ साल से लगातार ग्रामीणों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं मुहैया करा रहे हैं। क्षेत्र के ग्रामीण व जनप्रतिनिधि भी उनकी सेवाभाव के कायल है।
कोरोना संक्रमण की शुरुआत के साथ ही दुगड्डा विकास क्षेत्र के प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र, रामागांव की जिम्मेदारियां बढ़ गईं। कोरोना महामारी की शुरुआत में जब महानगरों से पलायन हुआ तो दुगड्डा विकास क्षेत्र में सबसे पहले प्रवासियों का सर्वे रामागांव में ही किया गया। इस दौरान 37 प्रवासियों की घर घर जाकर थर्मल स्क्रीनिग की गई और उनकी यात्रा की विस्तृत जानकारी ली गईं। मरकज का मामला उन दिनों चर्चाओं में था, तब शासन-प्रशासन की भी नजर इस क्षेत्र पर बनी हुई थी। विकास क्षेत्र दुगड्डा के रामागांव, रोहिणी, बैरगांव, धरगांव, बनवाड, पटियाला, देवल, डोबा, भदालिखाल, कोला, भ्युलेथ, भेल्डा, कथैला, नौगांव, देवीखाल, द्वारीखाल विकास क्षेत्र के नोसिन, भेड़गांव, सैलगांव, थलदा, भयांसु और विकास क्षेत्र जयहरीखाल के पाली तल्ला, पाली मल्ला, हटनिया, खुंड़ोली, ओडल, कूरा इत्यादि गॉंवों के हजारों ग्रामीण इस स्वास्थ्य केंद्र से लाभान्वित हो रहे है। हालांकि, इस स्वास्थ्य केंद्र में एक मात्र फार्मासिस्ट अनिल कुमार भट्ट तैनात हैं। चिकित्सा अधिकारी व सफाईकर्मी को अन्य प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों में सम्बद्ध किया गया है। कक्ष सेवक का पद उनका सेवाकाल समाप्त होने के बाद से ही रिक्त पड़ा हुआ है। स्थिति यह है कि एक मात्र फार्मासिस्ट इस स्वास्थ्य केंद्र का संचालन कर रहे हैं । उन्हीं के भरोसे ग्रामीणों को स्वास्थ्य सुविधाएँ मिल पा रही हैं। कोरोना संक्रमण के बाद पिछले साल फार्मासिस्ट के पास चिकित्सालय सम्भालने के साथ ही क्षेत्र में स्थापित क्वारन्टीन सेंटरों में रह रहे प्रवासियों की स्वास्थ्य जांच और फिर क्षेत्र के गांव-गांव में जाकर ग्रामीणों के स्वास्थ्य जांच का जिम्मा भी आ गया, जिसे उन्होंने बखूबी अंजाम भी दिया।
कोरोना की दूसरी लहर आने के बाद भी सभी ग्रामीणों को प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र रामागांव से बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध कराई जा रही हैं। फार्मासिस्ट ग्रामीणों व आशाओं से लगातार सम्वाद कायम रखते हैं, जिससे उन्हें समय पर किसी गाँव में पैदा हो रही स्वास्थ्य सम्बन्धी दिक्कतों की जानकारी मिल जाती है। उच्च अधिकारियों तक सूचना पहुंचाने के साथ वह पूरे मनोयोग से सेवा में जुट जाते हैं।


प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र दुगड्डा के प्रभारी चिकित्सा अधिकारी डॉ. शैलेन्द्र कुमार बड़थ्वाल के निर्देशन में ग्रामसभा भदालीखाल के कोला गांव व देवलखाल में कोरोना मरीज मिलने के बाद फौरी तौर पर उठाये गए कदमों से कोरोना का प्रसार रोकने में मदद मिली। तीन विकास क्षेत्रों के विभिन्न गांवो में लक्षणों व बिना लक्षणों वाले पीड़ित मरीजों को फार्मासिस्ट द्वारा कोविड केअर सेंटर कोटद्वार से दवाएं लाकर वितरित की जा रही हैं। स्वास्थ्य विभाग दुगड्डा की आशा कार्यकत्रियां घर घर जाकर सर्वे कर रही हैं। जिनसे रामागांव स्वास्थ्य केंद्र परस्पर सम्पर्क बनाये रखता है। इस सर्विलांस का ही नतीजा रहा कि क्षेत्र में कोरोना पैर नहीं पसार पाया।

क्षेत्र पंचायत देवीखाल की सदस्य पूनम देवी:- गावो मे हर जगह चिकित्सा सुबिधाओ का अभाव है लेकिन इस महामारी के समय फार्मासिस्ट अनिल भट्ट का समय से उपलब्ध रहना और हर मरीज को मेडिकल सुविधा मुहैया कराने को हमेशा तैयार रहते है! वह सरल स्वभाव एवं मिर्दु भाषी है!

ग्रामसभा पाली की प्रधान ममता बड़थ्वाल कहती है कि वर्षा हो तूफान हो हर समय केंद्र मे फार्मासिस्ट उपलब्ध रहते है। स्वास्थ्य केंद्र जयहरीखाल काफी दूर पड़ता है, इसलिए ग्रामीण रामागांव चिकित्सालय पर निर्भर रहते हैं। उन्हें समय पर प्राथमिक उपचार मिल जाता है। यहां नियुक्त फार्मासिस्ट की सेवा भाव को नमन करती है!

ग्राम सभा नोसिन की प्रधान रेखा देवी कहती है, हमारा स्वास्थ्य केंद डाडामंडी विकास क्षेत्र द्वारीखाल है लेकिन आपातकाल में हमें रामागाव स्वास्थ्य केंद्र से जरुरी दवा एवं उपचार मिल जाता है! ग्राम सभा के सैलगांव, भेड़गांव के ग्रामीण इसी केंद्र से उपचार कराते हैं।

जयहरीखाल के ब्लॉक प्रमुख दीपक भंडारी- अपने कर्तव्यों का पालन करना एक नागरिक का राष्ट के प्रति सम्मान को प्रदर्शित करता है, निस्वार्थ सेवा भाव ही कामयाबी का मूलमंत्र है, अनिल भट्ट अपने दायित्वो का निर्वहन अच्छे से कर रहे है! उनका सेवा भाव प्रशंसनीय एवं सराहनीय है ऐसे फ़्रंटलाइन वारियर्स का सम्मान किया जाना चाहिए!

दुगड्डा के प्रभारी चिकित्साधिकारी व कोविड-19 नोडल अधिकारी डॉ. शैलेन्द्र कुमार बड़थ्वाल -रामागाव स्वास्थ्य केंद्र कि हालत जर्ज़र बनी हुई है, जिला प्लान में मरम्मत के लिये रखवाया गया है। वहाँ पर कार्यरत चिकित्सक को अर्बन स्वास्थ्य केंद्र कोटद्वार मे अटैच किया गया है और सफाई नायक दुगुड्डा अटैच है, कक्ष सेवक का पद काफ़ी समय से रिक्त चल रहा है। फार्मासिस्ट अनिल भट्ट अकेले ही स्वास्थ्य केन्द्र में अपने कार्यों को सफलतापूर्वक संचालन कर रहे है, अपने कार्यों मे दक्ष फार्मासिस्ट समय पर ग्रामीणों का उपचार एवं अपना दायित्व का निर्वहन कर रहे है।

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