कोटद्वार: फर्जी शैक्षिक प्रमाण पत्रों के आधार पर नियुक्त हुए मास्टर साहब को पुलिस ने किया गिरफ्तार

–कूटरचित दस्तावेजों के माध्यम से शिक्षक पद पर प्राप्त की थी नियुक्ति
कोटद्वार। फर्जी शैक्षिक प्रमाण पत्रों के आधार पर नियुक्त हुए सहायक अध्यापक को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस ने यह कार्रवाई उप शिक्षा अधिकारी प्राथमिक शिक्षा रिखणीखाल की ओर से दी गई तहरीर के आधार पर मामला दर्ज कर गिरफ्तार किया है।
किसकी तहरीर पर हुई कार्रवाई
31 मई को उप शिक्षा अधिकारी प्राथमिक शिक्षा रिखणीखाल की ओर से दी गई तहरीर के आधार पर थाना रिखणीखाल पर संबंधित धाराओं में मामला दर्ज किया है।
विवेचक ने विवेचना के दौरान दिनेश सिंह रावत निवासी-धूरा पैनो रिखणीखाल, हाल निवासी कोटद्वार के संबंध में जानकारी की गई। जिसमें यह तथ्य प्रकाश में आए कि दिनेश रावत 18 अक्टूबर वर्ष 1993 को मृतक आश्रित के रूप में शिक्षक पद पर नियुक्त हुए। जिनकी की ओर से वर्ष 1993 में जनता इंटर कॉलेज छज्जुपुर जनपद गाजियाबाद हापुड़ में माध्यमिक शिक्षा परिषद मेरठ उत्तर प्रदेश के जारी प्रमाण पत्र से इंटरमीडिएट उत्तीर्ण होने संबंधी प्रमाण कूटरचित दस्तावेजों को शिक्षा विभाग में जमा कराया गया।
इस प्रकरण में और अधिक गहनता से जांच और खोजबीन करने पर पाया कि दिनेश सिंह रावत ने परीक्षा वर्ष 1993 में माध्यमिक शिक्षा परिषद मेरठ उत्तर प्रदेश के अंतर्गत आने वाली कोई भी विद्यालय परीक्षा उत्तीर्ण नहीं की थी। फर्जी और कूटरचित दस्तावेजों के आधार पर दिनेश सिंह रावत को शिक्षा विभाग में नौकरी प्राप्त की गई थी। इसके अतिरिक्त विभागीय जांच में भी दिनेश सिंह रावत ने फर्जी प्रमाण पत्र विभाग में जमा कराने की पुष्टि की हुई । पुलिस टीम ने गहन छानबीन, दस्तावेज सत्यापन एवं साक्ष्यों के विश्लेषण के बाद आज अभियुक्त को कोटद्वार से गिरफ्तार कर लिया।
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