प्रियंका ने नहीं मनाया जन्म दिन, जुटी असहाय की मदद में
- श्रीनगर निवासी प्रियंका नेगी ने असहाय की मदद के लिए की मुहिम शुरू
पौड़ी: श्रीनगर निवासी प्रिंयका नेगी ने मानवता की मिशाल पेश की है। बच्चों की जिद पर अपना जन्म दिन मनाने की तैयारियों में जुटी प्रियंका ने जन्म दिन इस लिए नहीं मनाया कि उसे किसी असहाय की मदद करने थी। इसके लिए उसने मुहिम घर से ही शुरू की। अपने ही घर में असहाय के इलाज के लिए धनराशि जुटाई। प्रियंका का कहना है कि वह इस मुहिम को जारी रखेगी।
श्रीनगर निवासी प्रियंका नेगी ने जब मीडिया में पांच माह की एक बच्ची को आंख का केंसर होने की खबर पड़ी तो उसका दिल पसीज गया। खबर में बताया गया था कि मूल रूप से नेपाल जिला दहलेख के रहने वाले भीम कामी अपनी पत्नी व बच्चों के साथ 18 सालों से श्रीनगर में रह रहा है। उसकी पांच महीने की मासूम पुस्तिका को डॉक्टरों ने आंख का कैंसर बताया है। पुस्तिका की आंख का सूजन ही उसके दर्द को बयां कर देता है। पिता भीम ने बताया कि बेटी की जान की खातिर अपना सब कुछ बेच कर उसका इलाज वह एम्स ऋषिकेश से करा रहा है। लेकिन आर्थिक स्थिति डमाडोल होने से बेटी के इलाज में रूकावटें आ रही हैं। मजबूरी इतनी है कि अपनी एक अन्य बेटी व बेटे को भी भरपेट भोजन उपलब्ध कराना उनके लिए मुसीबत बनती जा रही है। भीम ने बताया कि उसके ससुर भी बीमार हैं, जिसका जिम्मा भी उसी के पास है। ऐसे हालात में बेटी का इलाज कैसे हो यह बात कहते ही वह सिसक उठता है। ऊपर वाले से उम्मीद करते हुए वह कहता है कि कोई फरिश्ता बनकर उसकी बेटी को जीवन दान दे सके तो उसका वह शुक्रगुजार रहेगा। प्रियंका का जन्म दिन 4 अपैल को था। बच्चे जन्म दिन मनाने की जिद कर रहे थे। लेकिन इस खबर के बाद प्रियंका व बच्चों ने जन्म दिन मनाने के बजाय भीम कामी की सहायता करने का मन बनाया। प्रियंका ने अपने भाईयों को भी फोन कर भीम कामी की मदद करने को कहा। स्वयं भी धरनाशि दी और भाईयों से भी ली। प्रियंका कहती हैं कि वह आगे भी भीम कामी की मदद के लिए धनराशि जुटाती रहेंगी।
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