पंचायत चुनाव में पथरी की कच्ची तो निकाय चुनाव में हुई लंगड़े की मिलावटी शराब फैमस
-देहरादून आबकारी विभाग की हरिद्वार में छापेमारी के बाद हुआ ठेके पर मिलावटी शराब के गोरखधंधे का भंडाफोड़
-पथरी कांड में आबकारी विभाग के कई अधिकारी हुए थे सस्पेंड
-बिहारी की अवैध शराब पर क्यों चुप्पी साधे है आबकारी महकमा
हरिद्वार। जनपद हरिद्वार के आबकारी विभाग को एक बार फिर से किसी बड़ी घटना होने का इंतजार है। पिछले पंचायत चुनाव में पथरी क्षेत्र में सात लोगों की मौत के बाद आबकारी महकमा जागा था, लेकिन अब निकाय चुनाव की आदर्श आचार संहिता और नववर्ष आगमन के नाम पर हरिद्वार के ठेके पर हुई छापेमारी से फिर एक मिलावटी शराब का भंडाफोड़ हुआ है।
मिलावटी शराब मिलने के बाद एक बार फिर से हरिद्वार की आबकारी टीम संदेह के घेरे में आ गई है। उधर, शराब माफिया बिहारी के चल रहे अवैध शराब के कारोबार पर भी आबकारी महकमा चुप्पी साधे हुआ है। देहरादून आबकारी विभाग की टीम की छापेमारी से पहले हरिद्वार की टीम ने क्षेत्र में कोई कार्रवाई नहीं की, जिससे आबकारी विभाग हरिद्वार का लापरवाह रवैया सबके सामने आ गया है।
जानकारी के मुताबिक देहरादून से हरिद्वार आई आबकारी विभाग की टीम ने शाहपुर शीतला खेड़ा गांव स्थित देशी शराब के ठेके पर छापेमारी की, जिसमें टीम को भारी मात्रा में मिलावटी शराब मिली है। इतना ही नहीं ठेके के अंदर से मिलावटी शराब की खेप के साथ ढक्कन, खाली बोतलें और होलोग्राम और सीरिंज भी मिली है।
आबकारी आयुक्त एचसी सेमवाल ने अवैध शराब की बिक्री पर निगरानी रखने के निर्देश दिए हैं। आबकारी विभाग ने मुखबिर की सूचना मिली कि शाहपुर शीतला खेड़ा गांव स्थित शराब के ठेके पर नकली शराब बनाई जा रही है। सूचना पर उप आबकारी आयुक्त प्रभा शंकर मिश्रा के नेतृत्व में ऋषिकेश आबकारी निरीक्षक प्रेरणा बिष्ट, देहरादून आबकारी निरीक्षक दर्शन सिंह और देहरादून आबकारी निरीक्षक मानवेंद्र सिंह पंवार ने शराब के ठेके पर छापेमारी की। छापेमारी के दौरान मिलावटी शराब और नकली शराब बनाने के उपकरण मिले। जांच में पाया गया कि शराब के ठेके पर लंबे समय से नकली शराब बनाकर बेचने का गोरखधंधा चल रहा था।
कणिका कर्णवाल के नाम से आवंटित ठेके को जोगिंदर लंगड़ा नाम का शराब माफिया संचालित कर रहा था। टीम ने बरामद शराब और उपकरणों को जब्त कर लिया।
गौरतलब है कि हरिद्वार में आबकारी विभाग की कार्यशैली पर भी सवाल खड़े हो रहे हैं। नकली शराब का गोरखधंधा हरिद्वार जिले में चल रहा था और स्थानीय आबकारी विभाग को इसकी भनक तक भी नहीं लगी। देहरादून से टीम आकर हरिद्वार में कार्रवाई करती है और गोरखधंधे का भंडाफोड़ कर देती है।
साथ ही ठेके की कैंटीन पर भी भारी अनियमितता देखने को मिली, इसलिए छापेमारी के दौरान मौका पाकर कैंटीन संचालक भी फरार हो गया। कार्रवाई में ठेके के साथ साथ कैंटीन को भी कोड किया गया है।
उधर, इन सबके बीच शराब माफिया बिहारी पर आबकारी विभाग कोई कार्रवाई नहीं कर पाया है। शहर में खुलेआम स्कूटियों पर अवैध शराब की तस्करी होती है, लेकिन कोई भी जिम्मेदार विभाग कार्रवाई नहीं करता है।
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