नमाज पढ़ो, जो मन में आए वो करो, चाहे हिन्दू, बोले बाबा रामदेव
-योग गुरु रामदेव ने मुसलमानों पर दिया विवादित बयान
नई दिल्ली। योग गुरु बाबा रामदेव अपने विवादित बयानों को लेकर हमेशा चर्चाओं में रहते हैंबाड़मेर पनोणियों का तला (तारातरा ) में धर्म धूणा मंदिर प्राण-प्रतिष्ठा में गुरुवार को स्वामी रामदेव ने मुसलमानों को लेकर विवादित बयान दिया है। स्वामी रामदेव ने कहा कि मुसलमान सुबह की नमाज पढ़ते हैं। उसके बाद उनसे पूछो कि तुम्हारा धर्म क्या कहता है? बस पांच बार नमाज पढ़ो, उसके बाद मन में जो आए वो करो। हिंदुओं की लड़कियों को उठाओ और जो भी पाप करना है, वो करो।
कहा कि मुस्लिम समाज के बहुत से लोग ऐसा करते हैं, लेकिन नमाज जरूर पढ़ते हैं। आतंकवादी और अपराधी बनकर खड़े हो जाते हैं, लेकिन नमाज जरूर पढ़ते हैं। वो इस्लाम का मतलब ही नमाज समझते हैं। यही सिखाया जाता है, लेकिन हिंदू धर्म में ऐसा नहीं है।
स्वामी रामदेव ने कहा कि उनके स्वर्ग (जन्नत) का मतलब है कि टखने के ऊपर पायजामा पहनो, मूंछ कटवा लो और टोपी पहन लो…।फिर कहते हैं हमारी जन्नत में जगह पक्की हो गई जन्नत हूरें मिलेंगी। ऐसी जन्नत तो जहन्नुम से भी बेकार है। बस पागलपन है।
सनातन धर्म का एजेंडा है सुबह ब्रह्म मुहूर्त में उठो। उठकर भगवान का नाम लो, उसके बाद योग करो। अपने आराध्य की पूजा ‘करके अच्छा कार्य और अच्छा कर्म करो । यह हिंदू धर्म व सनातन हमें सिखाता है। अच्छे से जीवन कैसे जीना है? सात्विक जीवन कैसे जीना है? हमारे व्यवहार, हमारे कार्य में सात्विकता होनी चाहिए। हिंसा, झूठ, लड़ाई-झगड़ा नहीं करना, यह सब सनातन धर्म सिखाता है।
रामदेव ने ईसाई धर्म पर भी टिप्पणी की और कहा कि चर्च जाओ और दिन में भी मोमबत्ती जलाकर ईसा मसीह के सामने खड़े हो जाओ। सारे पाप साफ हो जाते हैं। ईसाई समाज यही सिखाता है, लेकिन हिंदू धर्म में ऐसा नहीं है।
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