व्यापारियों की एकजुटता देख प्रशासन के छूटे पसीने, व्यापारियों के उत्पीड़न के चलते बंद रहा कोटद्वार बाजार, देखिए वीडियो

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-नगर निगम कोटद्वार पर व्यापार मंडल ने लगाया व्यापारियों के उत्पीड़न करने का आरोप

वार्ड नंबर एक से 40 तक हो अतिक्रमण का चिन्हीकरण

एसडीएम के जरिए सीएम पुष्कर धामी को भेजा मांग पत्र

जल्द मांगें पूर्ण न होने पर होगी चक्का जाम और अनिश्चितकालीन हड़ताल


कोटद्वार। सोमवार को प्रांतीय उद्योग व्यापार प्रतिनिधि मंडल उत्तराखंड से संबद्ध नगर उद्योग व्यापार मंडल के व्यापारियों ने नगर निगम की ओर से की जा रही अतिक्रमण और चिन्हीकरण की कार्रवाई के विरोध में कोटद्वार बाजार बंद रखा।

इस दौरान व्यापारियों की एकजुटता के चलते हुए बाजार बंद से प्रशासन के पसीने छूट गए। व्यापारियों ने उप जिलाधिकारी कोटद्वार के माध्यम से प्रदेश के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी को ज्ञापन भेज चार सूत्रीय मांगों के निस्तारण की मांग की है।

सोमवार सुबह सभी व्यापारी स्थित हिंदू पंचायती धर्मशाला में एकत्रित हुए, जहां से नगर निगम के विरोध में नारे लगाते हुए व्यापारियों का जुलूस कोटद्वार तहसील पहुंचा। व्यापारियों ने तहसील परिसर में नगर निगम के विरोध में जमकर नारेबाजी की।

अपने संबोधन में नगर उद्योग व्यापार मंडल के अध्यक्ष प्रवीण भाटिया ने कहा कि नगर निगम कोटद्वार की ओर से बद्रीनाथ और गोखले मार्ग को टारगेट बनाते हुए व्यापारियों के विरुद्ध उत्पीड़नात्मक कार्रवाई की जा रही है। जिससे व्यापारियों में रोष बना हुआ है। उन्होंने मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी को भेजे ज्ञापन में कहा कि नगर निगम की ओर से अतिक्रमण की कार्रवाई सिर्फ बाजार में और विशेषकर त्योहारी सीजन के दौरान की जाती है। कहा कि नगर निगम वार्ड नंबर 1 से वार्ड नंबर 40 तक सभी सरकारी और गैर सरकारी अतिक्रमण को चिन्हित कर सिलसिलेवार एक छोर से दूसरे छोर तक कार्रवाई करें। उन्होंने कहा कि पूरे नगर निगम क्षेत्र में अतिक्रमण कर रहे दूर संचार विभाग के हजारों खंबो को तुरंत हटवाया जाए। साथ ही निगम क्षेत्र में सफाई और पार्किंग की व्यवस्था की जाए। व्यापार मंडल ने ज्ञापन की प्रतिलिपि शहरी विकास मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल और जिलाधिकारी पौड़ी को भी प्रेषित की है। इस मौके पर नगर उद्योग व्यापार मंडल के अध्यक्ष प्रवीण भाटिया के अलावा महामंत्री नवीन गोयल, कोषाध्यक्ष सुबोध कर्णवाल, प्रदीप महेश्वरी, अजय गर्ग, रतन चौधरी इंद्र भाटिया, सुनील भाटिया, सेवक राम मानूजा, सुभाष पांडे, अजय गुप्ता अमित भाटिया, अभिषेक बंसल आदि व्यापारी मौजूद रहे।

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