ट्रांसपोर्टर बबली भाटिया का कोटद्वार में ऐसा था नाम और काम
कोटद्वार। बात धर्म में किसी की सेवा करने की हो या फिर किसी गरीब आदमी की मदद करने की, दोनों में ही सबसे आगे भूपेंद्र भाटिया बबली रहते थे। गोविंद नगर स्थित गुरुद्वारे और बाला जी मंदिर में रोजाना वह निःस्वार्थ भाव से सेवा करते थे। 1990 के दशक में उन्होंने कोटद्वार को एक सिटी बस की सौगात शहर वासियों को दी थी, लेकिन कुछ सालों बाद उसे बंद कर दिया गया। उनके कारोबार से लगभग 10 परिवारों का भरण पोषण होता था। आज भी कई लोगों को विश्वास नही होता है कि वह इस दुनिया में नही है। उनका निधन कल देर शाम हो गया था। आज उनका दोनों पुत्रों की मौजूदगी और कोटद्वार की जनता के बीच मुक्ति धाम कोटद्वार में अंतिम संस्कार किया गया है। उनके दोनों पुत्रों सौरभ और दीपक ने उन्हें आज नाम आँखों से विदाई दी है। उनके पुत्र सौरभ भाटिया का कहना है कि जिन परिवारों को उनके कारोबार से लाभ मिलता था, वह कार्य आगे भी जारी रहेगा। तो ऐसा था ट्रांसपोर्टर बबली भाटिया का कोटद्वार में नाम और काम।
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