सुर्खियों में रहने वाले अस्पताल की व्यवस्थाओं में नवनियुक्त पीएमएस करेंगे बदलाव, लापरवाही बरतने वालों का होगा इलाज
–डॉक्टर मरीजों की मर्जी के बिना नहीं लिख पाएंगे बाहरी दवा
-डॉक्टर कोट पहनकर ही आएंगे अस्पताल, एक दिन में दो बार होगी सफाई
-समिति बनाकर सभी डॉक्टरों को सौंपी गई हैं अलग-अलग जिम्मेदारी
-मरीजों को दिए जाने वाले खाने को रोजाना चेक करेंगी चार लोगों की टीम, एक डॉक्टर, दो सिस्टर और एक बाबू होगा शामिल
-समय से अस्पताल न पहुंचने वाले डॉक्टरों पर होगी कार्रवाई, जिला और महिला अस्पताल में लागू होगा एक ही रोस्टर
-कार्यवाहक सीएमएस की एक ही डॉक्टर पर नहीं रहेगी जिम्मदोरी, बिना अनुमति के अस्पताल के डॉक्टर नहीं छोड़ पाएंगे स्टेशन
वैभव भाटिया, हरिद्वार। अक्सर सुर्खियों में रहने वाले जिला अस्पताल में पीएमएस के तबादले के बाद अब तैनात हुए नए पीएमएस से जनता को व्यवस्थाओं में बदलाव की उम्मीद जगी है।
नवनियुक्त पीएमएस डॉ. विजयेश भारद्वाज ने कार्यभार ग्रहण करते ही अस्पताल के डॉक्टरों और कर्मचारियों के साथ बैठक कर नए फरमान जारी कर दिए हैं। जिससे यह साफ हो गया है कि सुर्खियों में रहने वाले इस अस्पताल की व्यवस्थाओं में जल्द सुधार हो पाएगा।
नवनियुक्त पीएमएस डॉ. विजयेश भारद्वाज ने बताया कि अस्पताल में तैनात डॉक्टर मरीजों को बाहर की दवा नही लिख पाएंगे। साथ ही सभी डाक्टर अस्पताल में कोट (ऐपरेन) पहनकर आएंगे।
बताया कि पूर्व में डॉक्टर मरीजों की मर्जी के बिना ही बाहर की दवा लिख रहे थे, लेकिन पुराने ढर्रे को खत्म कर नए आदेश जारी कर दिए हैं। जिसके तहत कोई भी डॉक्टर मरीज की मर्जी के बिना बाहर की दवा नहीं लिख पाएंगे। डॉ. भारद्वाज ने बताया कि अस्पताल की व्यवस्थाओं की निगरानी के लिए एक समिति का गठन किया गया है। जिसमें सभी डॉक्टरों को अलग-अलग जिम्मेदारी सौंपी गई है। समय-समय पर भी सभी डॉक्टर अस्पताल की व्यवस्थाओं का जायजा लेंगे। यदि कोई खामी पाई जाती है तो संबंधित के खिलाफ सख्त कार्रवाई अमल में लाई जाएगी। डॉ. भारद्वाज ने बताया कि अस्पताल में भर्ती मरीजों को दिए जाने वाला खाने का भी निरीक्षण करने की जिम्मेदारी एक डॉक्टर, दो सिस्टर और एक बाबू को सौंपी गई है। बताया कि जिला और महिला अस्पताल में पूर्व में अलग-अलग ड्यूटी रोस्टर की व्यवस्था थी, जिसे समाप्त कर दोनों अस्पतालों का एक रोस्टर बना दिया गया है। जिससे डॉक्टरों और कर्मचारियों को भी कोई परेशानी नहीं होगी। इसके अलावा समय से अस्पताल नही पहुंचने वाले डॉक्टरों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। डॉ. भारद्वाज ने बताया कि कार्यवाहक सीएमएस के लिए भी रोस्टर बना दिया गया है, रोस्टर के तहत समय-समय पर कार्यवाहक सीएमएस को बदला जाएगा। इसके अलावा बिना अनुमति कोई भी डॉक्टर अपना स्टेशन नहीं छोड़ेंगे। यदि अस्पताल में कोई भी अव्यवस्था पाई जाती है, तो संबंधित के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। यहां यह बतातें चले कि अक्सर सुर्खियों में रहने वाले अस्पताल में अव्यवस्थाओं का बोलबाला है, लेकिन नए पीएमएस के कार्यभार ग्रहण करने के बाद अस्पताल के डॉक्टरों और कर्मचारियों में भी उम्मीद जगी है।
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