छुट्टी पर गए डीएफओ को वन मंत्री ने दिए हटाने के निर्देश
पौड़ी। प्रदेश के वन एवं पर्यावरण मंत्री हरक सिंह रावत ने डीएफओ गढ़वाल का प्रभार डीएफओ सिविल सोयम पौड़ी को दिए जाने के निर्देश गढ़वाल वन संरक्षक को दिए हैं। वन मंत्री डॉ. रावत ने मुख्य वन संरक्षक गढ़वाल को फायर सीजन में कुंभ की अतिरिक्त जिम्मेदारी दिए जाने पर भी नाराजगी जताई है। उन्होंने जंगलों में बढ़ती आग की घटनाओं पर कड़ी नाराजगी जताते हुए आला अफसरों को आग पर अंकुश लगाने को हर संभव कदम उठाने के निर्देश दिए हैं।
गुरुवार को पौड़ी मुख्यालय पहुंचे वन मंत्री डॉ. हरक सिंह रावत ने पत्रकारों से बातचीत में कहा कि फायर सीजन में वन महकमे के आला अधिकारियों सहित सभी कार्मिकों के अवकाश पर रोक है। इसके बावजूद डीएफओ गढ़वाल अवकाश पर है। हालांकि बाद में अफसरों ने ये भी बताया कि डीएफओ केएस रावत स्वास्थ्य कारणों से अवकाश पर है। वन मंत्री ने डीएफओ गढ़वाल का प्रभार डीएफओ सिविल सोहन लाल को ही देने के निर्देश दिए है। कहा कि अग्रिम व्यवस्था तक यह तैनाती रहेगी। वहीं वन मंत्री डॉ. रावत ने कहा कि शुक्रवार को वह देहरादून में जंगल की आग लगने की घटनाओं को लेकर वह समीक्षा करेंगे और जितनी घटना हुई है, यदि उसके सापेक्ष वन महकमे की ओर से कार्रवाई नहीं मिली तो संबंधित अफसर के विरुद्ध भी अनुशासानात्क कार्रवाई अमल में लाई जा सकती है। वन मंत्री ने कहा कि पहले ही साफ कहा गया है कि जंगलों में आग लगाने वाले शरारती तत्वों के विरुद्ध कार्रवाई की जाए, लेकिन इसके बावूजद कार्रवाई कम हो रही है। पौड़ी के डीएम विजय कुमार जोगदंडे को भी चीड़ के पेड़ों को लेकर एक रिपोर्ट बनाने के निर्देश मौके पर ही दिए है। वन मंत्री ने कहा कि एनडीआरएफ की यदि अतिरिक्त जरूरत पड़ी तो उसे भी तैनात किया जाएगा। फायर सीजन को लेकर तैनात किए जाने वाले वन प्रहरियों को लेकर वन मंत्री ने दो दिनों के भीतर रिपोर्ट देने को भी कहा है। इस मौके पर सीएफ गढ़वाल सर्किल एनएन पांडे सहित अन्य अफसर भी मौजूद रहे।
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