पौड़ी जिले में आखिर कब खत्म होगी कार खास की परंपरा, शहर में बिना वर्दी के चलते हैं यह कार खास

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-पौड़ी जिले के बड़े से लेकर छोटे अधिकारियों ने रखे हैं अपने-अपने कार खास

कोटद्वार। पौड़ी जिले की हर कोतवाली से लेकर चौकी में पुलिसकर्मियों की कमी है। यहाँ बड़े अधिकारियों के कार्यालयों तक में पुलिस स्टाफ की कमी है, लेकिन कोतवाली से लेकर चौकी तक हर किसी अधिकारी ने अपने-अपने कार खास रखे हुए हैं।
सूत्रों के मुताबिक सिर्फ पौड़ी जिले में ही नही सभी जिलों में कार खास की परंपरा होना बताया जा रहा है। कार खास नाम के यह पुलिसकर्मी सभी कोतवालियों, थाना और चौकियों में मिलेंगे। इनमें से कुछ तो बिना वर्दी के ही रहते हैं। न यह किसी ड्यूटी में तैनात रहते हैं। यह पुलिसकर्मी सिर्फ वीआईपी ड्यूटी में ही वर्दी में दिखाई देते हैं।
अब बात करें थाने-चौकियों में सिपाहियों की कमी की तो सभी जगह ड्यूटी के लिए इनकी कमी है। कभी कभी स्थिति यह हो जाती है कि वीआईपी ड्यूटी के दौरान होमगार्ड और पी आर डी के जवानों से काम चलाना पड़ जाता है। पूर्व में यह परंपरा यूपी में भी खूब चली थी, लेकिन एक अन्य समाचार पत्र में समाचार प्रकाशित होने के बाद यूपी के एक बड़े अधिकारी ने इस मामले का संज्ञान लेते हुए कार खास की परंपरा को समाप्त कर दिया। अब उत्तराखंड में कौन अधिकारी कार खास की परंपरा को खत्म करेगा, यह आने वाला समय बताएगा।

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