संविदा कर्मियों की हड़ताल से पानी के लिए तरसी जनता, यमकेश्वर, दुगड्डा और द्वारीखाल की 28 पेयजल योजनाएं ठप

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कोटद्वार। सीटू से संबद्ध जल संस्थान के संविदा श्रमिक संघ की नाराजगी आमजन पर भारी पड़ने लगी है। मांगों के समर्थन में संविदा कर्मी हड़ताल पर हैं, जिससे यमकेश्वर, दुगड्डा और द्वारीखाल की 28 पेयजल योजनाएं ठप हैं। कोटद्वार डिवीजन के 156 पंप ऑपरेटर, फीटर, वॉलमैन व लाइनमैन ने कार्य बहिष्कार किया है। रविवार को लोगों को पीने के लिए पानी नहीं मिल पाया। क्रिसमस के अवकाश के बाद सोमवार को स्कूल खुलने हैं, यदि जल संस्थान के कर्मियों की हड़ताल जारी रही तो विद्यालयों में पानी का अभाव स्कूली बच्चों के लिए बड़ी समस्या का कारण बनेगा।
संविदा श्रमिक संघ के अध्यक्ष रुपेश नेगी और अनिल जोशी ने बताया कि कोटद्वार डिवीजन के पंप ऑपरेटर, फीटर, वॉलमैन व लाइनमैैैनों को जुलाई माह से वेतन का भुगतान नहीं हुआ है। इस संबंध में क्षेत्र पंचायत सदस्य बूंगा की मध्यस्थता में नौ दिसंबर को बिथ्याणी स्थित कार्यालय में जल संस्थान के अधिकारियों के साथ समझौता वार्ता भी हुई थी। वार्ता के दौरान अधिकारियों ने 15 दिनों के भीतर कर्मियों को वेतन का भुगतान करने के साथ ही बढ़ा हुआ वेतन 9370 का भुगतान करने, कर्मियों को साप्ताहिक अवकाश देने, ईएसआई, ईपीएफ और महगाई भत्ते का लाभ देने पर सहमति व्यक्त की थी। उनकी मांगों पर कोई कार्रवाई नहीं हुई, जिससे कर्मचारियों में गहरा रोष व्याप्त है।
संगठन अध्यक्ष ने कहा कि मांगें पूरी होने तक उनका आंदोलन जारी रहेगा। उधर, अधिशासी अभियंता संतोष कुमार उपाध्याय ने भी स्वीकार किया कि कर्मियों के कार्यबहिष्कार के चलते पेयजल योजनाएं ठप रहीं। उन्होंने बताया कि ठेकेदारों को चार माह के वेतन का भुगतान करने के निर्देश दिए गए हैं। शनिवार और रविवार को बैंक बंद होने के कारण वेतन का भुगतान नहीं हो पाया। सोमवार को कर्मियों को वेतन का भुगतान कर दिया जाएगा। उम्मीद है कि कर्मियों की हड़ताल समाप्त हो जाएगी।

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