मुंडलाना में 58 मरीजों का हुआ एलाइजा टेस्ट, एक पॉजिटिव, डेंगू को लेकर न फैलाएं भ्रामक अफवाहें: बोले मलेरिया अधिकारी

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आशा वर्करों और वालिंटियर ने मुंडलाना में लार्वा नष्ट और फॉगिंग करने का कार्य किया शुरु

ग्राम पंचायत मुंडलाना में लगे शिविर में 71 मरीजों का हुआ स्वास्थ्य परीक्षण

खबर डोज, हरिद्वार। जानलेवा बीमारी डेंगू को इस बार स्वास्थ्य विभाग हरिद्वार ने शहर से लेकर देहात तक हावी नहीं होने दिया, लेकिन जानकारी के आभाव में डेंगू को लेकर अफवाह फैलाई जा रही है, जिससे लोगों में डर का माहौल बना हुआ है। बीते रोज नारसन ब्लॉक के ग्राम मुंडलाना में 58 संदिग्धों के एलाइजा टेस्ट किए गए, जिसमें से मात्र एक मरीज में डेंगू की पुष्टि हुई है। डेंगू की पुष्टि होते ही स्वास्थ्य कर्मियों ने फॉगिंग का कार्य शुरू कर दिया है।

जिलाधिकारी मयूर दीक्षित और मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. आर के सिंह के दिशा निर्देशन में जिला मलेरिया अधिकारी डॉ. सीएस कँसवाल के नेतृत्व में जिले से लेकर देहात तक आशा वर्कर और वालिंटियर की ओर से जागरूकता अभियान चलाया जा रहा है। सीएमओ डॉ. आरके सिंह ने बताया कि जिले से लेकर देहात तक किसी क्षेत्र को डेंगू का हॉट स्पॉट नहीं बनने दिया गया है। आशा वर्कर और वालिंटियर भी अपने-अपने क्षेत्रों में घर घर जाकर जागरूकता अभियान चला रहे हैं। जिससे डेंगू के जानलेवा मच्छर को कही भी पनपने नहीं दिया गया है। कहा कि आगे भी यह अभियान बदस्तूर जारी रहेगा।

जिला मलेरिया अधिकारी सीएस कँसवाल ने बताया कि जिले से लेकर देहात तक आशा वर्कर और वालिंटियर की ओर से जनजागरण अभियान चलाया जा रहा है। क्षेत्र में जहां भी डेंगू मरीज की पुष्टि होती है, वहां स्वास्थ्य कर्मियों की टीम फॉगिंग का कार्य शुरू करा देती है। जिससे कही भी डेंगू के जानलेवा मच्छर को पनपने नहीं दिया जा रहा है।

जिलाधिकारी मयूर दीक्षित के निर्देशन में शुक्रवार को ग्राम पंचायत मुंडलाना में स्वास्थ्य शिविर का आयोजन किया गया। शिविर में कुल 71 मरीजों का स्वास्थ्य परीक्षण किया गया और उन्हें आवश्यक औषधियाँ वितरित की गईं। शिविर के दौरान 4 मरीज मधुमेह, 10 मरीज उच्च रक्तचाप, 29 मरीज बुखार तथा 7 मरीज डेंगू (रैपिड टेस्ट द्वारा) पाए गए। चिकित्सकों की टीम ने सभी मरीजों की शुगर, बीपी सहित विभिन्न रक्त जांचें कीं।

इस मौके पर स्वास्थ्य विभाग की ओर से ग्रामीणों को डेंगू से बचाव एवं रोकथाम संबंधी जानकारी भी दी गई। शिविर का संचालन सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र नारसन की टीम की देखरेख में किया गया।

डेंगू बुखार के मुख्य लक्षण इस प्रकार हैं।

तेज बुखार: अचानक तेज बुखार आना, जो कई दिनों तक रह सकता है।

सिरदर्द: आंखों के पीछे और माथे में तेज सिरदर्द।

मांसपेशियों और जोड़ों में दर्द: शरीर की मांसपेशियों और जोड़ों में तेज दर्द और जकड़न।

थकान: शरीर में अत्यधिक कमजोरी और थकान महसूस होना।

मतली और उल्टी: जी मिचलाना और उल्टी आना।

शरीर पर चकत्ते: शरीर पर लाल रंग के चकत्ते दिखाई देना।

रक्तस्राव: कुछ गंभीर मामलों में नाक, मसूड़ों या मल से रक्तस्राव हो सकता है।


डेंगू का कोई विशिष्ट उपचार नहीं है, लेकिन लक्षणों से राहत और रिकवरी में मदद के लिए आप ये कर सकते हैं।

तरल पदार्थ पिएं: शरीर को हाइड्रेटेड रखने के लिए पानी, नारियल पानी और इलेक्ट्रोलाइट्स युक्त पेय पदार्थ अधिक मात्रा में पिएं।

आराम करें: शरीर को डेंगू वायरस से लड़ने और ताकत हासिल करने के लिए भरपूर आराम करना महत्वपूर्ण है।

पैरासिटामोल लें: बुखार और दर्द कम करने के लिए डॉक्टर की सलाह पर केवल पैरासिटामोल ले सकते हैं।

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