बीरोंखाल एम्बुलेंस लापरवाही मामला, डीएम ने दिए जांच के आदेश, जल्द होगी सख्त कार्रवाई, मुख्यालय भेजी जाएगी रिपोर्ट, देखिए वीडियो

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खबर डोज कोटद्वार। बीरोंखाल ब्लॉक में एंबुलेंस चालक की बड़ी लापरवाही के चलते उपचार के अभाव में बुजुर्ग की मौत के बाद जिला प्रशासन हरकत में आ गया है। जिलाधिकारी स्वाति एस भदौरिया ने मामले को गंभीरता से लेते हुए कड़े निर्देश जारी किए हैं।

डीएम स्वाति एस भदौरिया ने स्पष्ट कहा कि जिले में संचालित सभी एंबुलेंसों की जांच की जाएगी, यह देखा जाएगा कि कहाँ से और कैसे वाहन में तेल भरा जाता है। साथ ही एंबुलेंस सेवाओं की उपलब्धता, रूट प्लान और मॉनिटरिंग सिस्टम की भी समीक्षा होगी।

CMO को दिए मुख्यालय रिपोर्ट भेजने के आदेश
डीएम ने मुख्य चिकित्सा अधिकारी (सीएमओ) को निर्देशित किया है कि बीरोंखाल में हुई घटना की संपूर्ण रिपोर्ट तैयार कर मुख्यालय को तत्काल भेजी जाए। रिपोर्ट के आधार पर जिम्मेदारों पर कार्रवाई तय होगी।

क्या है पूरा मामला
बीरोंखाल क्षेत्र में एक गंभीर रूप से बीमार 65 वर्षीय बुजुर्ग को एंबुलेंस समय पर न मिलने के कारण प्राइवेट वाहन से अस्पताल ले जाना पड़ा। अस्पताल पहुँचने से पहले बुजुर्ग ने दम तोड़ दिया। बताया गया कि 108 एंबुलेंस 150 किमी दूर डीजल भरने गई हुई थी, जिसके कारण सेवा उपलब्ध नहीं हो सकी।

जिलाधिकारी पौड़ी स्वाति एस भदौरिया ने कहा कि स्वास्थ्य सेवाओं में किसी भी स्तर की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। एंबुलेंस जैसे जीवनरक्षक संसाधनों की निरंतर उपलब्धता सुनिश्चित की जाए। एंबुलेंस सेवाओं की समीक्षा करते हुए जिलाधिकारी ने कहा कि 108 एंबुलेंस आपात स्थितियों में फर्स्ट रिस्पांडर होती हैं, इसलिए उनका रिस्पॉन्स त्वरित और प्रभावी होना चाहिए। उन्होंने सभी ब्लॉक चिकित्साधिकारियों को एंबुलेंस का निरीक्षण कर सुविधाएं, उपकरण और वाहन की स्थिति सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। साथ ही सीएमओ डॉ. शिव मोहन शुक्ला को चेकलिस्ट के आधार पर एम्बुलेंसों की रिपोर्ट प्रस्तुत करने को कहा।

पूरे जिले की एंबुलेंस सेवा प्रणाली की होगी पुनर्समीक्षा, तकनीकी व जिम्मेदार कर्मचारियों की भूमिका की भी जांच, लापरवाही सामने आने पर कड़ी कार्रवाई होगी। प्रशासन ने भरोसा दिलाया है कि भविष्य में ऐसी स्थिति न उत्पन्न हो, इसके लिए त्वरित सुधार लागू किए जाएंगे।

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