चंडी देवी मंदिर ट्रस्ट विवाद में महंत की पूर्व पत्नी, बेटे, साली और वकील समेत आठ के खिलाफ मामला दर्ज, फर्जी ट्रस्ट डीड, जालसाजी और साजिश के आरोपों की जांच शुरू

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खबर डोज, हरिद्वार। चंडी देवी मंदिर ट्रस्ट से जुड़ा विवाद अब गंभीर मोड़ पर पहुँच गया है। ट्रस्ट दस्तावेजों और बैंक खातों से संबंधित कथित फर्जीवाड़े तथा आपराधिक साजिश के आरोपों पर श्यामपुर पुलिस ने न्यायालय के आदेश पर आठ लोगों के खिलाफ गंभीर धाराओं में मुकदमा दर्ज कर लिया है। यह मामला महंत मोहित गिरि की ओर से दर्ज कराया गया है।

शिकायत के अनुसार, महंत मोहित गिरि के पिता दिवंगत महंत रमेश गिरि चंडी देवी मंदिर ट्रस्ट से जुड़े थे। पिता के निधन के बाद ट्रस्ट संचालन में कथित अनियमितताओं और आरोपित व्यक्तियों द्वारा फर्जी ट्रस्ट डीड तैयार कर लेने का आरोप लगाया गया है। कहा गया है कि 13 मई 2025 को एक नकली ट्रस्ट डीड बनाकर उस पर जाली हस्ताक्षर किए गए और इस दस्तावेज का उपयोग ट्रस्ट चलाने और बैंक खातों के संचालन में किया गया।

मुकदमे में जिन लोगों के नाम शामिल हैं उनमें महंत रोहित गिरि की पूर्व पत्नी गीतांजलि, बेटा भवानी नंदन गिरि, पत्नी का छोटा भाई आकाश कुसुम बच्छेती, पत्नी की बहन पुष्पांजलि गौड़, आकाश बच्छेती का पार्टनर निखिल खन्ना, चंडी मंदिर परिसर के दुकानदार मोहित तोमर, पत्नी के चाचा का बेटा धीरज बच्छेती तथा एडवोकेट नीरज पांडेय शामिल हैं। इन सभी के खिलाफ बीएनएस की धारा 318(4), 336(2), 336(3) और 340(2) के तहत मुकदमा दर्ज किया गया है, जो फर्जीवाड़ा, धोखाधड़ी, साजिश और दस्तावेजों की जालसाजी से संबंधित हैं।

शिकायतकर्ता का आरोप है कि उन्हाेंने फर्जीवाड़े के खिलाफ न्यायालय में प्रार्थना पत्र दिया था, जिस पर कोर्ट ने श्यामपुर पुलिस को मामला दर्ज करने के निर्देश दिए। उनका यह भी कहना है कि घटना मई माह की है, लेकिन इस दौरान उन्हें फर्जी मुकदमे में जेल भेज दिया गया तथा पुलिस अधिकारियों से लगातार शिकायत करने के बावजूद कोई कार्रवाई नहीं हुई, जिससे मुकदमा दर्ज होने में देरी हुई।

श्यामपुर थानाध्यक्ष उपनिरीक्षक मनोज शर्मा ने बताया कि मामले की जांच शुरू कर दी गई है। ट्रस्ट से जुड़े दस्तावेज, बैंक खातों का रिकॉर्ड और कथित फर्जी ट्रस्ट डीड सहित सभी बिंदुओं की विस्तृत जांच की जाएगी। अभी तक किसी की गिरफ्तारी नहीं हुई है।

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