सीएम साहब देहरादून के रायवाला थाने के बदतमीज और गालीबाज पुलिसकर्मी पर भी हो कार्रवाई

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उच्चाधिकारियों की चुप्पी से जनता में नाराजगी, पुलिस की छवि पर सवाल

खबर डोज, देहरादून। प्रदेश में कानून-व्यवस्था के रखवाले कहे जाने वाले पुलिसकर्मियों की कार्यशैली को लेकर एक बार फिर सवाल खड़े हो गए हैं। देहरादून जनपद के रायवाला थाने में तैनात एक पुलिसकर्मी पर राह चलते आम नागरिक के साथ बदसलूकी और गाली-गलौज करने के गंभीर आरोप सामने आए हैं। बताया जा रहा है कि करीब एक सप्ताह पूर्व उक्त पुलिसकर्मी ने बिना किसी कारण एक राहगीर को गालियां दीं, जिससे मौके पर तनाव की स्थिति बन गई।

स्थानीय लोगों का कहना है कि पुलिसकर्मी की ओर से राह चलते लोगों से अभद्र भाषा का प्रयोग किए जाने की शिकायतें सामने आ चुकी हैं। बावजूद इसके, पुलिस के उच्चाधिकारी इन मामलों पर न तो संज्ञान ले रहे हैं और न ही कोई ठोस कार्रवाई कर रहे हैं। अधिकारियों की इस चुप्पी ने न केवल जनता में नाराजगी बढ़ाई है, बल्कि पुलिस की साख पर भी सवाल खड़े कर दिए हैं। पुलिस सूत्रों के अनुसार वह किसी कारणवश अपना वीआरएस (स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति) आवेदन भी विभाग को सौंप चुका है। ऐसे में यह आरोप लग रहे हैं कि विभाग में रहते हुए वह अपनी जिम्मेदारियों को गंभीरता से निभाने के बजाय केवल औपचारिक ड्यूटी कर रहा है। स्थानीय नागरिकों ने मुख्यमंत्री से इस मामले में हस्तक्षेप की मांग की है। उनका कहना है कि यदि पुलिसकर्मी ही कानून का सम्मान न करें और आम जनता के साथ दुर्व्यवहार करें, तो लोगों का पुलिस पर से भरोसा उठना स्वाभाविक है। जनता का यह भी कहना है कि ऐसे मामलों में सख्त कार्रवाई कर उदाहरण पेश किया जाना चाहिए, ताकि भविष्य में कोई भी वर्दी की आड़ में बदसलूकी करने की हिम्मत न कर सके। अब देखने वाली बात यह होगी कि मुख्यमंत्री कार्यालय और पुलिस मुख्यालय इस प्रकरण पर क्या रुख अपनाते हैं और क्या रायवाला थाने के इस कथित बदतमीज पुलिसकर्मी के खिलाफ कोई अनुशासनात्मक कार्रवाई होती है या मामला यूं ही फाइलों में दबकर रह जाएगा। यह पूरा मामला रायवाला कोतवाली प्रभारी निरीक्षक आर एस खोलिया के संज्ञान में भी है।

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