नवरात्र को लेकर भक्तों में भ्रम की स्थिति, अष्टमी और नवमी करें कब, देखिए आचार्य विकास जोशी की वीडियो

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हरिद्वार। शारदीय नवरात्रि 3 से शुरू होकर 12 अक्टूबर महानवमी पर समाप्त होंगे। 12 बजे उपरांत विजयदशमी महापर्व मनाया जाएगा। इस बार नवरात्रि बढ़ने से लोगों में यह भ्रम की स्थिति बनी हुई है कि अष्टमी कब करें और नवमी कब करें।


आचार्य विकास जोशी ने बताया कि स्पष्ट है उदिया तिथि हमारे ज्योतिष में शुभ मानी जाती है और वही तिथि पूरे दिन व्याप्त होती है। इसलिए अष्टमी 11 और नवमी 12 तारीख को करना उचित होगा।

पूरे नवरात्रि पर्व में तृतीय दो दिन रही उदिया तिथि के रूप में इसीलिए एक नवरात्रि तिथि बढ़ गई। अष्टमी 11 तारीख को मनाना ही उचित होगा। 11 तारीख को अष्टमी 12 बजे तक रहेगी। 12 तारीख को 11 बजे तक नवमी तिथि रहेगी। जिसके बाद आप सब लोग मिलकर के दशहरा पूजन भी करें, क्योंकि दशहरा दोपहर में पूजा जाता है, इसीलिए सभी पंचांगों में दशहरा 12 तारीख का इंगित किया गया है। ऐसा हमारे पंचांग में आज से 27 वर्षों बाद देखना को मिला है कि अष्टमी नवमी एक ही दिन में पड़ रही है, पर मान्य उस दिन अष्टमी रहेगी और अगले दिन नवमी रहेगी।

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