कोराना कर्फ्यू: कोटद्वार शहर रहा पूरा सुनसान

ख़बर शेयर करें -

कोटद्वार। कोरोना वायरस के संक्रमण से बचाव के लिए जनपद पौड़ी गढ़वाल के नगर निगम कोटद्वार क्षेत्र में 3 मई तक कोरोना कफ्र्यू लगाया गया है। रविवार को कफ्र्यू का असर दिखा। रविवार सुबह से ही शहर से लेकर ग्रामीण क्षेत्र की सड़के सुनसान नजर आई। सुनसान सडकें लोगों को सुरक्षित रहने के साथ-साथ सुरक्षा का भी अहसास करा रही हैं। इससे सड़कें पूरी तरह से वीरान दिख रही है।
    कोरोना वायरस के संक्रमण को रोकने के लिए जारी कोरोना कफ्र्यू के सातवें दिन रविवार को कोटद्वार पूरी तरह से सुनसान रहा। शहर के सबसे व्यस्ततम मार्ग बदरीनाथ मार्ग, पटेल मार्ग, नजीबाबाद रोड, स्टेशन रोड, मालगोदाम रोड, देवी रोड, सिताबपुर रोड सहित प्रमुख चौराह झण्डाचौक, देवी मंदिर, मानपुर तिराहा, दुर्गापुरी, बालासौड़ समेत अन्य प्रमुख स्थानों पर सन्नाटा पसरा रहा। कोरोना को लेकर पुलिस-प्रशासन के अधिकारी क्षेत्र में लगातार गश्त कर रहे हैं। इस दौरान लोगों को अपने-अपने घरों में रहने के लिए प्रेरित किया जा रहा है। वहीं दूसरी ओर इस संक्रमण से बचने के लिए लोग अपने परिवार के बीच समय गुजार रहे हैं। लोगों को घर से बाहर निकलना बिल्कुल ही बंद है। कोरोना कफ्र्यू के अनुपालन को लेकर पुलिस-प्रशासन भी पूरी तरह से सख्त है। सड़क पर बेवजह घूमने वालों को पुलिस कानूनी कार्रवाई का भय दिखाकर घर में सुरक्षित रहने की अपील कर रही है। पुलिस प्रशासन की ओर से सख्ती से नियमों का पालन कराया जा रहा है। किसी भी प्रकार की लापरवाही बरतने वालों को दंड भी दिया जा रहा है। कौड़िया चेक पोस्ट पर पुलिस कर्मी तैनात किये गये है। जो हर आने जाने वाले व्यक्ति पर नजर रख रहे है। इसके अलावा स्वास्थ्य विभाग की टीम भी वहां पर बाहर से आने वाले लोगों की जांच कर रही है।

कफ्र्यू का पालन करवाने को प्रशासन मुस्तैद
कोटद्वार। कोरोना कफ्र्यू का पालन करवाने के लिए कोटद्वार पुलिस प्रशासन लगातार मुस्तैद है और लगातार मॉनिटरिंग की जा रही है। रविवार को शहर से लेकर गांव तक की सड़कें वीरान और सुनसान दिखी। जबकि ग्रामीण क्षेत्र में कुछ स्थान पर लोगों की भीड़ जुटी रही। ग्रामीण क्षेत्रों में लोगों को कोरोना की भयावहता का अंदाजा नहीं है, इसीलिए प्रशासनिक आदेश और लगातार जागरुकता प्रचार के बावजूद सड़कों पर बेवजह घूमने वालों की कमी नहीं है। ऐसे जगहों पर पुलिस के आने पर लोग भाग जाते है और फिर से एक जगह पर जुट जाते हैं, जबकि ऐसा करना कानूनी अपराध है और उल्लंघन करने वालों पर कड़ी कार्रवाई करते हुए जुर्माना और सजा का भी प्रावधान है।

You cannot copy content of this page