एआरटीओ कार्यालय कोटद्वार के फर्स्ट रिस्पॉन्डर प्रशिक्षण कार्यक्रम में चालकों और विद्यार्थियों को दी गई आपातकालीन सहायता की सीख

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खबर डोज, कोटद्वार। सड़क सुरक्षा और दुर्घटनाओं के दौरान त्वरित सहायता क्षमता को बढ़ाने के उद्देश्य से एआरटीओ कार्यालय कोटद्वार में फर्स्ट रिस्पॉन्डर प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित किया गया। इस कार्यक्रम में विद्यार्थियों, शिक्षकों के साथ टैक्सी, मैक्सी, ऑटो और बस चालकों को विशेष प्रशिक्षण प्रदान किया गया। प्रशिक्षण का मुख्य उद्देश्य सड़क हादसों की स्थिति में प्रारंभिक सहायता पहुंचाने की क्षमता विकसित करना था।

एआरटीओ कार्यालय कोटद्वार में आयोजित फर्स्ट रिस्पॉन्डर प्रशिक्षण कार्यक्रम में सड़क सुरक्षा जागरूकता को बढ़ावा देने के साथ-साथ सामान्य नागरिकों को भी दुर्घटना पीड़ितों की मदद के लिए तैयार रहने का संदेश दिया। आरटीओ ई पौड़ी विमल पांडे के निर्देशन में आयोजित यह प्रशिक्षण स्थानीय स्तर पर एक महत्वपूर्ण पहल के रूप में सराहा गया।

प्रतिभागियों को दुर्घटना स्थल पर त्वरित प्रतिक्रिया देना, प्राथमिक उपचार, सुरक्षित बचाव तकनीक, घायल को सुरक्षित स्थान तक ले जाने के तरीके तथा आपातकालीन स्थितियों में उठाए जाने वाले महत्वपूर्ण कदमों की विस्तृत जानकारी दी गई। अधिकारियों ने सड़क सुरक्षा की जिम्मेदारी और इस तरह के प्रशिक्षण कार्यक्रमों की आवश्यकता पर जोर दिया।

प्रशिक्षण के अंत में प्रतिभागियों को फर्स्ट-एड किट, सिक बैग और डस्टबिन भी वितरित किए गए, ताकि वे अपने वाहनों में किसी भी आपात स्थिति में तुरंत सहायता प्रदान कर सकें।

इस अवसर पर आरटीओ ई पौड़ी विमल पांडे, एआरटीओ ई कोटद्वार शशि दुबे, टीटीओ कोटद्वार जयंत वशिष्ठ और आरआई कोटद्वार विकास सिंह उपस्थित रहे। संचालन एसडीआरएफ टीम ने किया।

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