तबादला होने के बाद भी हरिद्वार-देहरादून में जमे हैं इंस्पेक्टर और दरोगा, डीआईजी गढ़वाल ने किए थे तबादले
देहरादून। 31 जुलाई 2024 को गढ़वाल रेंज के अंतर्गत निरीक्षक और उपनिरीक्षकों के तबादला आदेश जारी किए गए थे। मैदानी जनपदों से पहाड़ी जनपदों में जाने वाले निरीक्षक और उप निरीक्षक अभी भी नवीन तैनाती स्थल पर जाने को तैयार नहीं है। कुछ इंस्पेक्टर और सब दरोगा हरिद्वार जिले में लंबे समय से मलाईदार थाने और कोतवाली में जमे हुए हैं। यह इंस्पेक्टर और दरोगा डीआईजी गढ़वाल के आदेशों को भी कुछ नहीं मान रहे हैं। दबाव पड़ने पर कुछ समय अन्य जिलों में तैनात रहने के बाद फिर से हरिद्वार में वापसी कर लेते हैं। जिससे रेंज स्तर से होने वाले तबादला आदेश सवालों के घेरे में आ गए हैं, कि आखिरकार पुलिस निरीक्षक और उप निरीक्षक आलाधिकारियों के आदेशों को मानने को तैयार क्यों नहीं है।
दरअसल तबादला नीति 2020 के तहत रेंज स्तर से तबादला आदेश जारी किए गए थे, जिससे माना जा रहा था कि मैदान में लंबे समय से जमे इंस्पेक्टर और सब इंस्पेक्टर अब पहाड़ों पर भी अपनी सेवाएं देंगे, लेकिन हालात ऐसे दिखाई नहीं दे रहे हैं। लगभग 25 दिन का समय बीतने के बाद भी कुछ अधिकारियों का ज्वाइन ना करना बताता है कि आलाधिकारियों के आदेशों की किस प्रकार से अवेहलना की जा रही है। पहाड़ से मैदान में आने वाले ज्यादातर अधिकारियों ने तत्काल ज्वाइन भी कर लिया गया है। जबकि मैदान से पहाड़ पर जाने वाले अभी भी हीला हवाली बरत रहे हैं। जबकि तबादला आदेशों में तत्काल नवीन तैनाती स्थल पर ज्वाइन करने के निर्देश भी दिए गए हैं। जबकि पूर्व में किए गए तबादलों के बाद भी कुछ उपनिरीक्षक अटैचमेंट पर देहरादून में जमे है। इनमें कई इंस्पेक्टर और दरोगा हरिद्वार में भी जमे हुए हैं। जिससे तबादलों के बाद दुरस्त इलाकों में सेवा दे रहे अधिकारियों के मनोबल पर भी विपरीत असर पड़ रहा है।
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