आज खड़ी रही पहाड़ी क्षेत्रों की रीढ़ माने जाने वाली जीएमओयूलि की बसें

ख़बर शेयर करें -

-सरकार ने किराया दोगुना करने से किया मना, जीएमओयूलि कंपनी ने नहीं चलाई बसें, यात्री रहे परेशान

कोटद्वार। गढ़वाल मोटर ओनर्स यूनियन लिमिटेड (जीएमओयूलि) ने 50 प्रतिशत यात्री क्षमता के साथ किराया दोगुना न होने पर रविवार से अनिश्चतकालीन चक्का जाम शुरू कर दिया है। रविवार को जीएमओयूलि के सभी वाहन खड़े रहे। अगर सरकार कंपनी की मांग को नहीं मानती है तो पहाड़ी मार्गों पर यात्रा करने वाले लोगों को आने वाले दिनों में परेशानी उठानी पड़ सकती है।
    कोरोना के बढ़ते संक्रमण को रोकने के लिए शासन ने यात्री वाहनों में पचास प्रतिशत सवारियों को ही अनुमति दी है। जीएमओयूलि प्रदेश सरकार से किराया दोगुना करने की मांग कर रही थी, लेकिन सरकार ने किराया दोगुना करने से इंकार कर दिया। जिस कारण जीएमओयूलि ने रविवार से अनिश्चितकालीन चक्का जाम शुरू कर दिया है। कंपनी ने गढ़वाल और कुमाऊं मंडल के सभी रूटों पर बसों का संचालन बंद कर दिया है। जिस कारण यात्रियों को दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। कोटद्वार से पहाड़ी मार्गों पर जीएमओयूलि की बसों का संचालन होता है। जबकि रोडवेज की सेवाएं कुछ ही मार्ग पर संचालित की जाती है। पहाड़ों में जीएमओयू को यातायात की रीढ़ माना जाता है। कंपनी बसों के पहिये जाम होने से पहाड़ी मार्गो पर यात्रा करने वाले लोगों को दिक्कतों का सामना करना पड़ सकता है। रविवार को कंपनी की बसों का संचालन न होने से बसें जगह-जगह खड़ी नजर आई।
    जीएमओयूलि के अध्यक्ष जीत सिंह पटवाल ने बताया कि चक्काजाम के बाद भी यदि यात्री किराया दुगना करने के लिए शासनादेश जारी नहीं किया जाता है तो कंपनी की बसों को संबंधित परिवहन कार्यालय में सरेंडर कर दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि वर्तमान में डीजल के दाम इतने अधिक बढ़े हुए है कि पचास प्रतिशत सवारियों के साथ बसों का संचालन करना मुश्किल है। सरकार को किराया दुगना करना चाहिए। ताकि बसों का संचालन गढ़वाल व कुमाऊं मंडल के मार्गों पर किया जा सके। उन्होंने कहा कि जीएमओयूलि ही नहीं बल्कि समस्त परिवहन कंपनियां उत्तराखंड परिवहन महासंघ के बैनर तले रविवार 2 मई से अनिश्चितकालीन चक्का जाम करेगी। जीएमओयूलि की बसों का संचालन रविवार से गढ़वाल-कुमाऊं में नहीं किया जायेगा। उन्होंने कहा कि चक्का जाम को कुमाऊं गढ़वाल मोटर, पीएमएमओ यातायात पर्यटन समिति ऋषिकेश, गढ़वाल मंडल बहुउद्देशीय पौड़ी, यूर्जस कंपनी रामनगर, रूपकुंड सहकारी समिति कर्णप्रयाग, सीमांत संघ चमोली ने समर्थन दिया है।

You cannot copy content of this page