किरकिरी: कावड़ यात्रियों पर लाठीचार्ज करना पड़ा महंगा, कनखल इंस्पेक्टर भावना को हरकी पैड़ी पहुँच भरवाना पड़ा गंगाजल

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-जिन पुलिसकर्मियों ने खंडित की थी कांवड़, उन्हीं ने उठाया कलश

हरिद्वार। सोमवार रात कांवड़ यात्रियों पर लाठीचार्ज कर गंगाजल खंडित करने के मामले को लेकर सोशल मीडिया पर भी वीडियो वायरल हो रहा है। कांवड़ यात्रियों के दल के प्रमुख की इंस्टाग्राम अकाउंट पर भी पुलिस के विरोध से लेकर समझौते के कई वीडियो वायरल हो रहे हैं।

जिन पुलिसकर्मियों पर गंगाजल खंडित करने का आरोप लगा, वही 51 लीटर के गंगाजल भरवाकर प्रेमनगर चौक तक लाए। इस प्रकरण से कनखल पुलिस की खूब किरकरी हो रही है। गाजियाबाद-बागपत के कांवड़ यात्रियों के साथ ही पुरा महादेव के सेवादारों का एक दल हरकी पैड़ी से गंगाजल लेकर सोमवार लौट रहा था।

प्रेमनगर आश्रम चौक से पहले सर्विस रोड पर जाम की स्थिति पैदा होने पर पुलिसकर्मियों से उनकी नोकझोंक हो गई। आरोप है कि पुलिसकर्मियों ने उन पर लाठीचार्ज कर गंगाजल खंडित कर दिया।

जानकारी कांवड़ यात्रियों ने अपने दल के प्रमुख सुमित त्यागी को दी। उन्होंने यूपी से चलते ही अपने अकाउंट पर वीडियो पोस्ट करते हुए पुलिस का कड़ा विरोध जताया। देर रात में हरिद्वार पहुंचने पर एसपी सिटी स्वतंत्र कुमार सिंह व अन्य पुलिस अफसरों के सामने कड़ा रोष जताया था।

हंगामा बढ़ने पर पुलिस ने अपनी गलती मानी थी। मंगलवार सुबह कांवड़ यात्रियों को लेकर एसपी सिटी और कनखल इंस्पेक्टर भावना कैंथोला हरकी पैड़ी पर पहुंचे और गंगाजल भरवाया। सुमित त्यागी ने अपनी आईडी पर ये पोस्ट भी अपलोड की है, जिसमें दो पुलिसकर्मी सादी वर्दी में गंगाजल के कलश उठाते दिख रहे हैं। सुमित त्यागी ये कहते सुनाई दे रहे हैं कि जिन पुलिसकर्मियों ने गंगाजल को खंडित किया है, उन्हें से कलश उठावाया।

वही सोमवार रात बागपत- गाजियाबाद के कांवड़ यात्रियों पर लाठीचार्ज करने के साथ ही गंगाजल को खंडित करने का आरोप लगाते हुए बजरंग दल के कार्यकर्ताओं ने बुधवार को नगर पुलिस अधीक्षक कार्यालय के बाहर प्रदर्शन किया। बजरंग दल के कार्यकर्ताओं का कहना है कि कांवड़ यात्रा देश की सबसे बड़ी यात्रा है। यह यात्रा हिंदू स्वाभिमान की यात्रा है। कहा कि करीब 20 कांवड़ यात्री हरकी पैड़ी से गंगाजल लेकर अपने गंतव्य की तरफ लौट रहे थे। प्रेमनगर पुल के नीचे पहुंचने पर कनखल पुलिस की गाड़ी उनके पास रुकी और बिना किसी वजह उन पर लाठीचार्ज कर दिया। लात मारकर गंगाजल को खंडित कर दिया। बाद में पुलिस ने अपनी गलती मानी। इस प्रांत बल उपासना प्रमुख सौरभ चौहान, प्रांत सुरक्षा प्रमुख नवीन तेश्वर, जिला संयोजक जिवेन्द्र तोमर, शिव प्रसाद त्यागी, भूपेंद्र सैनी, अमित मुल्तानिया, बालेश चौहान, डॉ. जय किरण आदि मौजूद रहे।

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