कोटद्वार में बेलगाम हुई यातायात व्यवस्था, पुलिस के जिम्मेदार अधिकारियों के पास नही है सुचारू करने का हल
कोटद्वार। जनपद पौड़ी के कोटद्वार नगर को जिले का सबसे बड़ा नगर माना जाता है, लेकिन आज तक पुलिस और प्रशासन इसके लिए कोई ठोस प्लान तैयार नही कर पाया है। कोटद्वार यातायात पुलिस के क्षेत्राधिकारी विभव सैनी भी इसका हल निकालने में असफल रहे हैं। अब उन्होंने जल्द ही कोटद्वार की बेलगाम यातायात व्यवस्था सुचारू करने की बात कही है।
कोटद्वार की पुरानी परंपरा के मुताबिक जब भी कोई नया अधिकारी यातायात की कमान संभालता है, तो वह कमान संभालने के बाद सभी संबंधित विभागों के साथ बैठक कर बड़े-बड़े निर्णय लेते हैं, लेकिन वह निर्णय कुछ दिन शहर पर लागू करने के ठंडे बस्ते में डाल दिए जाते हैं। जिसका नतीजा शून्य निकलता है।
इसके अलावा शहर में पार्किंग स्थल बनाने के लिए नगर निगम ने कुछ माह पूर्व सड़क किनारे दस से अधिक स्थानों को चिह्नित किया था। बाकायदा इसके लिए चिह्नित स्थानों पर पार्किंग शुल्क का भी प्रविधान था, लेकिन नगर निगम की सुस्त कार्यप्रणाली से यह योजना आज तक धरातल पर रंग नहीं ला पाई। नतीजा, आज भी कई वाहन बेतरतीब तरीके से राष्ट्रीय राजमार्ग और अन्य सड़क पर ही खड़े हो रहे हैं। ऐसे में कब बड़ी दुर्घटना हो जाएं कुछ कहा नहीं जा सकता। सबसे अधिक परेशानी पैदल चलने वालों को होती है।
वाहनों की संख्या के साथ ही शहर में पार्किंग की समस्या भी दिन- प्रतिदिन बढ़ती जा रही है। तमाम आश्वासनों के बाद भी आज तक सरकारी सिस्टम बेहतर पार्किंग व्यवस्था नहीं बना पाया है। नतीजा, बाजार आने वाले अधिकांश दोपहिया और चौपहिया वाहन चालक अपने वाहनों को सड़क किनारे बेतरतीब तरीके से खड़ा कर देते हैं। सफेद पट्टी के बाहर खड़े वाहनों के कारण राहगीरों को बीच सड़क से होकर गुजरना पड़ता है। ऐसे में जहां पूरे दिन सड़कों पर जाम की स्थिति बनी रहती है। वहीं, दुर्घटनाओं का भी अंदेशा बना रहता है। सबसे बुरी स्थिति सड़क किनारे सरकारी संस्थानों के बाहर बनी रहती है। पुलिस क्षेत्राधिकारी यातायात विभव सैनी ने बताया कि जल्द ही यातायात व्यवस्था को सुचारू किया जाएगा।
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